नई दिल्ली: भारत में स्थित ईरान के दूतावास ने घोषणा की कि भारतीय नागरिकों को अब ईरान की यात्रा के लिए वीजा नहीं लेना होगा। भारतीय पासपोर्ट धारक हर छह महीने में 15 दिनों की अवधि के लिए बिना वीजा के ईरान में प्रवेश कर सकते हैं।हालांकि वीजा बिना प्रवास की इस अवधि को बढ़ाया नहीं जा सकता। दूतावास ने ईरान के इस्लामी गणराज्य की सरकार से मंजूरी के बारे में जानकारी दी और कहा कि निम्नलिखित शर्तों के तहत भारत के नागरिकों के लिए वीजा की आवश्यकता को 4 फरवरी 2024 से समाप्त कर दिया जाएगा-
- साधारण पासपोर्ट रखने वाले व्यक्तियों को हर छह महीने में एक बार बिना वीजा के देश में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी, जिसमें अधिकतम 15 दिन का प्रवास होगा।यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि 15 दिन की अवधि को बढ़ाया नहीं जा सकता है।
- यदि भारतीय नागरिक लंबी अवधि के लिए रहना चाहते हैं, छह महीने की अवधि के भीतर कई बार प्रवास करना चाहते हैं या अन्य प्रकार के वीजा की आवश्यकता है, तो उन्हें भारत में ईरान के संबंधित प्रतिनिधित्व के जरिये वीजा प्राप्त करना होगा।
- ईरान में बिना वीजा प्रवेश की यह सुविधा विशेष रूप से उन भारतीय नागरिकों पर लागू होता है जो हवाई सीमा पार कर देश में प्रवेश करते हैं।
भारत-ईरान संबंध
यह कदम भू-राजनीतिक व्यवस्था में कई व्यवधानों के बावजूद भारत-ईरान के संबंधों में लचीलेपन को दर्शाता है। ईरान एक समय में भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता हुआ करता था, लेकिन पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा इस्लामिक राष्ट्र पर फिर से भारी प्रतिबंध लगाने के बाद स्थितियां बदल गईं।
पिछले साल नवंबर में, भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने तेहरान में ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन से मुलाकात की और इजरायल-हमास युद्ध से लेकर रणनीतिक चाबहार बंदरगाह तक विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया, “द्विपक्षीय मामलों, चाबहार बंदरगाह सहित कनेक्टिविटी परियोजनाओं पर चर्चा की गई और क्षेत्र में मौजूदा चुनौतियों पर दृष्टिकोण साझा किया गया। दोनों पक्ष विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे सहयोग को और मजबूत करने पर सहमत हुए हैं।