बिहार: राज्य की राजनीति के लिए आज का दिन बेहद अहम है। नीतीश सरकार को आज विधानसभा में बहुमत साबित करना है, उससे पहले पटना में सियासी उठापटक देखने को मिली है। एक ओर बीजेपी-जेडीयू की ओर से पर्याप्त संख्या का दावा किया गया, वहीं दूसरी ओर आरजेडी की ओर से कहा गया कि बिहार में ऑपरेशन लोटस पर ऑपरेशन लालटेन भारी पड़ रहा है।आरजेडी, कांग्रेस समेत महागठबंधन में शामिल सभी विधायकों को पटना में तेजस्वी आवास पर रोका गया था, वहीं बीजेपी-जेडीयू विधायकों को चाणक्य होटल और पाटलिपुत्र होटल में रखा गया था।
बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें है।बहुमत का आंकड़ा 122 है, जबकि NDA के पास 128 विधानसभा सदस्य हैं।जिसमें बीजेपी के पास 78 सीटें, JDU के पास 45 सीटें, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के पास 4 सीटें और एक निर्दलीय विधायक सुमित सिंह भी साथ हैं। जबकि विपक्ष के पास 114 विधायक हैं।इसमें आरजेडी के 79, कांग्रेस के 19, सीपीआई (एमएल) के 12, सीपीआई (एम) के 2, सीपीआई के 2 विधायक हैं।बिहार के विधानसभा स्पीकर अवध बिहारी चौधरी अपने पद से हटा दिए गए हैं।फ्लोर टेस्ट से पहले अवध बिहारी चौधरी को हटाए जाने का प्रस्ताव सदन में पास हो गया है।
बिहार में फ्लोर टेस्ट से पहले आरजेडी को बड़ा झटका लगा है। पहले चेतन आनंद और नीलम देवी ने पाला बदलकर जेडीयू का साथ दिया था। अब लखीसराय से आने वाले एक और विधायक प्रहलाद यादव ने भी सदन में पाला बदल लिया है।