नई दिल्ली: भारत 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। वहीं, अगले 4 सालों में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 5 ट्रिलियन डॉलर से अधिक होने की उम्मीद है। जिसके साथ ही भारत जापान और जर्मनी को पछाड़कर तीसरा स्थान हासिल करने की ओर अग्रसर है।
यह अनुमान ग्लोबल ब्रोकरेज जेफरीज ने लगाया है। पिछले एक दशक में भारत की जीडीपी 7% की सीएजीआर से बढ़कर 3.6 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गई है।
जबकि भारत वर्तमान में 4.5 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा बाजार पूंजीकरण का दावा करता है। वैश्विक सूचकांकों में इसका प्रतिनिधित्व 1.6 फीसदी पर मामूली रहा। हालांकि, बाजार मुक्त फ्लोट बढ़ाने और वजन विसंगतियों के समाधान के साथ, वैश्विक सूचकांकों में भारत की प्रमुखता बढ़ने की उम्मीद है। जेफरीज का अनुमान है कि भविष्य में भारत का बाजार पूंजीकरण संभावित रूप से 10 ट्रिलियन डॉलर के करीब पहुंच जाएगा।
6 साल में 10 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद
जेफरीज की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय स्टॉक मार्केट अब दुनिया का 5वां सबसे बड़ा मार्केट बन चुका है। अनुमान है कि अगले 6 सालों यानी 2030 तक इंडियन मार्केट का मार्केट कैपिटलाइजेशन 10 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है। भारत में 5 अरब डॉलर से ज्यादा मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली 167 कंपनियां हैं।
जेफरीज की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारतीय इक्विटी मार्केट अगले 5 से 7 सालों वर्षों में 8 फीसदी से 10 फीसदी डॉलर रिटर्न देना जारी रखेंगे। भारत मार्केट कैप के मामले में पांचवां सबसे बड़ा देश है। लेकिन, ब्लूमबर्ग वर्ल्ड इंडेक्स में रैंकिंग केवल 2.0 फीसदी के वेटेज के साथ 8वीं है।