झारखण्ड : हजारीबाग जिले में टीपीसी उग्रवादी संगठन और पुलिस के बीच मुठभेड़ में तीन उग्रवादी गिरफ्तार हो गए हैं। इस मुठभेड़ में शामिल तीन टीपीसी उग्रवादियों को भारी मात्रा में हथियार और कारतूस के साथ बरामद किया गया है।
घटना का संपादकीय: सोमवार को हजारीबाग रेंज के डीआईजी सुनील भास्कर और एसपी अरविंद कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि टीपीसी संगठन प्रभारी प्रताप जी उर्फ दिवाकर गंझू और उसके दस्ते सदस्यों के द्वारा बीते पांच मार्च को बड़कागांव थाना क्षेत्र के कोयलांग गांव स्थित बालु यार्ड में फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया था। इस घटना में शामिल तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें अर्जुन गंझू, विपिन लोहरा और सुरज भूईयां शामिल हैं।
घटना की सीरिज: डीआइजी और एसपी को सूचना मिली थी कि टीपीसी कमांडर प्रताप जी उर्फ दिवाकर गंझु का दस्ता बड़कागांव थाना क्षेत्र अर्न्तगत गुड़कुवा पहाड़ जंगल में छिपे हुए हैं। इसके बाद पुलिस की टीम ने घेराबंदी की और घेराबंदी के दौरान फायरिंग हुई। पुलिसबल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उग्रवादियों को भगा दिया, जिसके दौरान उग्रवादी संगठन की ओर से लगभग 25-30 चक्र गोली फायर की गई और पुलिस ने लगभग 20 राउंड फायरिंग की।
सुरक्षा अधिकारियों की कड़ी कड़ी कार्रवाई: पुलिस बल ने सर्च अभियान चलाया और घटनास्थल से एक राइफल, दो देशी पिस्टल, कई जिंदा कारतूस, टीपीसी का पर्चा, और कई अन्य सामान बरामद किया।
इस मुठभेड़ की चपेट में आने वाले तीन उग्रवादियों की गिरफ्तारी से शहर में सुरक्षा में मजबूती होने की उम्मीद है।