नई दिल्ली: भारत ने अपनी अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण किया है, जिसमें इस मिसाइल ने चीन और आधा यूरोप को अपनी जद में ले लिया है। इस मिसाइल का पहला परीक्षण अप्रैल 2012 में किया गया था।
अग्नि-5 एक एडवांस्ड MIRV (मल्टीपल इंडिपेंडेंटली-टार्गेटेबल री-एंट्री व्हीकल) मिसाइल है, जो एक साथ कई टारगेट्स को निशाना लगा सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने DRDO के वैज्ञानिकों को इस सफल परीक्षण के लिए बधाई दी और उन्हें गर्व का अहसास कराया। मोदी ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- ‘मिशन दिव्यास्त्र के लिए हमें अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है।’
अग्नि-5 की रेंज 5000 किलोमीटर है और यह भारत की पहली इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है। इसमें MIRV तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, जिससे यह एक साथ एक से ज्यादा वॉरहेड ले सकती है। इसकी रफ्तार 29,401 किलोमीटर प्रति घंटे है और इसे कैनिस्टर तकनीक से लॉन्च किया जा सकता है, जिससे इसे आसानी से ट्रांसपोर्ट किया जा सकता है।
अग्नि-5 का सफल परीक्षण भारत की रक्षा क्षमता को मजबूती प्रदान करता है और इससे देश को अपनी सुरक्षा में आत्मनिर्भरता मिलती है।”