नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव से पहले देश को दो नए चुनाव आयुक्त मिल गए हैं। जिनमें पंजाब के एसएस संधू का नाम भी शामिल है। एसएस संधू तेजतर्रार आईएएस अधिकारियों में शुमार है। जो कि हाल ही में उत्तराखंड के मुख्य सचिव पद से रिटायर हुए हैं। अब एस एस संधू पर लोकसभा चुनाव को सम्पन्न कराने की अहम जिम्मेदारी है।
1988 बैच के आईएएस अधिकारी सुखबीर सिंह संधू सरकारी मेडिकल कॉलेज, अमृतसर से एमबीबीएस पास आउट हैं। साथ ही उन्होंने गुरु नानक देव विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातकोत्तर और कानून की पढ़ाई भी की है। हाल ही में सेवानिवृत्त हुए संधू को भारत सरकार द्वारा एक वर्ष की अवधि के लिए लोकायुक्त का सचिव नियुक्त किया था।
संधू को जुलाई 2021 में ओम प्रकाश की जगह उत्तराखंड का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था। तब संधू भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अध्यक्ष के रूप में केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर थे। तब केंद्रीय मंत्रिमंडल समिति द्वारा जारी नियुक्ति पत्र के अनुसार, उत्तराखंड कैडर और 1988 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डॉ. एसएस संधू की नियुक्ति एक वर्ष की अवधि के लिए अनुबंध के आधार पर की गई।
संधू पिछले साल 30 सितंबर को उत्तराखंड सरकार के मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए थे, लेकिन उन्हें 31 जनवरी, 2024 तक छह महीने की अवधि के लिए विस्तार दिया गया था। इसके बाद वे रिटायर हो गए और केंद्र में उन्हें एक वर्ष की अवधि के लिए लोकायुक्त का सचिव नियुक्त किया गया था।
सिंधू ने केंद्र और उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पंजाब में विभिन्न जिम्मेदारियों को संभाला है। सुखबीर सिंह संधू हमेशा ईमानदार कार्यप्रणाली को लेकर नौकरशाही में चर्चा में रहे हैं। एसएस संधू को लुधियाना नगर निगम के आयुक्त के रूप में उनके काम के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया था। इससे पूर्व संधू ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव, उच्च शिक्षा के रूप में कार्य किया था। संधू पंजाब के तत्कालीन सीएम प्रकाश सिंह बादल के सचिव रह चुके हैं।