झारखण्ड : पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा एसटी/एससी थाने में दर्ज मामले में राँची पुलिस के द्वारा नोटिस जारी किया गया है।इस मामले में ईडी के अफसरों के साथ-साथ मीडिया संस्थानों को भी नोटिस भेजा गया है।राँची पुलिस के द्वारा पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के द्वारा एसटी एससी थाने में दर्ज केस में ईडी के अधिकारियों को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा गया है। ईडी के एसोसिएट डायरेक्ट कपिल राज, असिस्टेंट डायरेक्टर देवव्रत झा, अनुपम कुमार, अमन पटेल को राँची पुलिस ने सीआरपीसी 41 ए के तहत नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है।
वहीं दूसरी तरफ राँची के गोंदा थाना के द्वारा दिल्ली के मीडिया संस्थानों के साथ साथ राँची के मीडिया संस्थानों को भी नोटिस भेजा गया है।मीडिया संस्थानों से पूछा जा रहा है कि 27 जनवरी को तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन के दिल्ली के शांति निकेतन स्थित आवास की खबर किस स्रोत से प्रकाशित की गई।दिल्ली और राँची स्थित मीडिया संस्थान के पत्रकार को भेजे गए नोटिस में उपस्थित होकर जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया है।
गौरतलब है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी के कुछ घंटों पहले राँची के एसटी- एससी थाना में आवेदन देकर ईडी के अफसरों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी थी।अपने आवेदन में तत्कालीन सीएम ने लिखा था कि जब वह 30 जनवरी को राँची लौटे तो मीडिया में आई खबरों से जानकारी मिली कि झारखण्ड भवन और शांति निकेतन स्थित आवास पर उनकी अनुपस्थिति में प्रवर्तन निदेशालय के अफसरों ने सर्च ऑपरेशन चलाया था।इसकी वजह से उनके और उनके परिवार की छवि धूमिल हुई हैमस्थानीय मीडिया में जिस तरह से खबरें चलाई जा रही थीं, उससे साफ है कि एक आदिवासी को प्रताड़ित करने के लिए भूमिका बनाई गई है।वहीं दूसरी तरफ हेमंत सोरेन के द्वारा हाईकोर्ट में दायर हलफनामे में स्वीकार किया गया है कि उनके दिल्ली आवास में मिले पैसे उनके ही थे।उन्होंने बताया है कि पिता के इलाज के लिए ये पैसे दिल्ली आवास में रखे गए थे, पैसे जेएमएम के चंदा का भी हिस्सा थे।