पंजाब : प्रदेश में राजनीतिक उठापटक का मुद्दा सामने आया है, जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने घोषणा की है कि वह पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। इस घोषणा के साथ ही शिरोमणि अकाली दल (SAD) के साथ गठबंधन की संभावना खत्म हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने इस घोषणा की पुष्टि की, और बताया कि यह निर्णय लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं के फीडबैक के आधार पर लिया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पिछले दशक में किए गए कई कार्यों के लिए जिम्मेदारी ली है, जैसे कि किसानों की उपज की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी। इसके बावजूद, पंजाब में गठबंधन की संभावना पर चर्चाएं चल रही थीं, लेकिन शिरोमणि अकाली दल ने एमएसपी और बंदी सिखों जैसी कई शर्तें रख दी थीं, जिससे गठबंधन की राह मुश्किल नजर आने लगी थी। यह घोषणा पंजाब की राजनीति में नई दिशा का पता लगाती है, और आगामी लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक मंच को एक नई दिशा देने के लिए जरूरी है।