भारत का रक्षा निर्यात पहली बार 21 हजार करोड़ रुपये के पार, रक्षा मंत्री ने पीएम मोदी को दिया श्रेय

नई दिल्ली : भारत का रक्षा निर्यात पहली बार 21 हजार करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है।स्वतंत्र भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत का रक्षा निर्यात पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 32.5 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 21,083 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है।
रक्षा मंत्री ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत का रक्षा निर्यात पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 32.5 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 21,083 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है।
भारत का रक्षा बजट पहली बार 21 हजार करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर यह जानकारी दी। राजनाथ सिंह ने लिखा कि ये बताते हुए बेहद खुशी महसूस हो रही है कि भारत का रक्षा निर्यात अभूतपूर्व तरीके से बढ़कर 21 हजार करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है। स्वतंत्र भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत का रक्षा निर्यात पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 32.5 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 21,083 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है।


रक्षा मंत्री ने पीएम मोदी को दिया श्रेय
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि ‘पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और रक्षा मंत्रालय द्वारा किए गए प्रयासों के चलते भारत के रक्षा निर्यात में यह ग्रोथ देखी गई है।’ रक्षा मंत्री ने कहा कि ‘हमारे रक्षा उद्योग, जिसमें निजी और डीपीएसयू भी शामिल हैं, ने हाल के वर्षों में शानदार काम किया है। रक्षा निर्यात के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए सभी शेयरधारकों को बधाई।’

कई देशों को हथियार निर्यात कर रहा भारत

जनवरी 2022 में भारत ने फिलीपींस के साथ ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सौदा किया था। यह सौदा करीब 37 करोड़ डॉलर का था। कई अन्य देशों के साथ भी भारत की रक्षा निर्यात को लेकर बातचीत चल रही है। निजी क्षेत्र की भागीदारी से भी देश के रक्षा निर्यात में काफी बढ़ोतरी हुई है। भारत का रक्षा निर्यात 85 से अधिक देशों को हो रहा है। देश की 100 से ज्यादा कंपनियां रक्षा उत्पादों को दूसरे देशों को निर्यात कर रही हैं। इनमें लड़ाकू विमान, मिसाइलें और रॉकेट लॉन्चर्स आदि शामिल हैं।

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