कब लग रहा सूर्य ग्रहण, जानें क्या भारत में लागू होगा सूतक काल

नई दिल्ली : 8 अप्रैल को लगने वाले सूर्य ग्रहण को लेकर लोगों के मन में बहुत से सवाल है।जैसे सूर्य ग्रहण कितने बजे लगेगा।क्या भारत में सूतक काल के नियम मान्य होंगे। साल का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल की रात 9 बजकर 12 मिनट से लेकर 9 अप्रैल को देर रात 2 बजकर 22 मिनट तक रहेगा।सूर्य ग्रहण की कुछ अवधि 05 घंटे 10 मिनट की होगी।
साल 2024 क पहला सूर्य ग्रहण सोमवार, 8 अप्रैल की रात यानी कल लगने वाला है।सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है।जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है तो इस घटना को सूर्य ग्रहण कहते हैं।सूर्य ग्रहण वैज्ञानिक और धार्मिक दोनों वजहों से महत्वपूर्ण माना जाता है। 8 अप्रैल को लगने वाले सूर्य ग्रहण को लेकर लोगों के मन में बहुत से सवाल है।जैसे यह सूर्य ग्रहण कहां-कहां दिखेगा। सूर्य ग्रहण कितने बजे लगेगा. क्या भारत में सूतक काल के नियम मान्य होंगे।आज हम आपको इन्हीं सब सवालों के जवाब विस्तार से देंगे।

कितने बजे लगेगा सूर्य ग्रहण ?

भारतीय समयानुसार, साल का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल की रात 9 बजकर 12 मिनट से लेकर 9 अप्रैल को देर रात 2 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। सूर्य ग्रहण की कुछ अवधि 05 घंटे 10 मिनट की होगी।

क्या भारत में दिखेगा सूर्य ग्रहण ?

8 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। यह सूर्य ग्रहण पश्चिमी यूरोप, पेसिफिक, अटलांटिक, आर्कटिक, मेक्सिको, उत्तरी अमेरिका (अलास्का को छोड़कर), कनाडा, मध्य अमेरिका, दक्षिण अमेरिका के उत्तरी भागों में, इंग्लैंड के उत्तर पश्चिम क्षेत्र और आयरलैंड में ही दृश्यमान होगा।

क्या भारत में लगेगा सूतक काल ?

आमतौर पर सूर्य ग्रहण लगने से 12 घंटे पूर्व सूतक काल के नियम लागू हो जाते हैं।सूतक काल में शुभ व मांगलिक कार्यों पर पाबंदी रहती है। इसमें पूजा-पाठ या देवी-देवताओं की मूर्तियों का स्पर्श वर्जित है।इसमें भोजन खाने या पकाने से भी बचना चाहिए।हालांकि 8 अप्रैल का सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए यहां सूतक काल के नियम भी मान्य नहीं होंगे।आप बेझझिक अपने दैनिक कार्य कर सकेंगे।इसमें पूजा-पाठ पर भी कोई पाबंदी नहीं है।

क्यों खास है ये सूर्य ग्रहण ?

8 अप्रैल 2024 को लगने वाला सूर्य ग्रहण एक पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा।इसे आप खग्रास सूर्य ग्रहण भी कह सकते हैं। यह सूर्य ग्रहण मीन राशि और रेवती नक्षत्र के अंतर्गत आकार लेगा, जो कि ज्योतिष शास्त्र के नजरिए से बहुत खास माना जा रहा है।

क्या नग्न आंखों से देख सकते हैं सूर्य ग्रहण ?
सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखना हानिकारक माना जाता है।वैज्ञानिकों का मानना है कि सूर्य ग्रहण नग्न आंखों से देखने पर आंखों को नुकसान हो सकता है। इसे देखने के लिए खास प्रकार के ग्लास या चश्मे का प्रयोग करना चाहिए। इससे आपकी आंखों पर सूरज की हानिकारक किरणें नहीं पहुंचेंगी और आपका रेटिना सुरक्षित रहेगा।

Related Posts

About The Author