झारखंड : लोकसभा चुनाव से पूर्व झारखंड पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। झारखंड पुलिस ने मिसिर बेसरा और अनल की कमर को तोड़ते हुए संगठन के सक्रिय सदस्यों को सरेंडर कराया है। यह सभी नक्सली कोल्हान-सारंडा के जंगलों में चप्पे-चप्पे की जानकारी रखते है।इसमें महिला और बच्चे भी शामिल है।गुरुवार को चाईबासा पुलिस लाइन में सभी नक्सलियों ने झारखंड पुलिस के समक्ष आत्मसर्मपण किया है।
इन-इन नक्सलियों ने चाईबासा पुलिस के समक्ष किया है सरेंडर
प्रधान कोड़ा उर्फ देवन कोड़ा
चंद्रोमोहन उर्फ चंद्रो आंगरिया उर्फ रोशन
पगला गोप उर्फ घासीराम गोप
विजय बोइपाई उर्फ अमन बोइपाई
गंगा राम पूर्ति उर्फ मोटका पूर्ति
बोयो कोड़ा
जोगेन कोड़ा
पेलोंग कोड़ा उर्फ निशा कोड़ा
सोनू चम्पिया
रामजा पूर्ति उर्फ डुगुद पूर्ति
सोहन सिंह हेम्ब्रम उर्फ सीनू
डोरण चम्पिया उर्फ गोलमाई
सुशील उर्फ मोगा चाम्पिया
मनी चाम्पिया
ERB का संचालन करने वालों में मिसिर-अनल के अलावा दर्जन लोग
चाईबासा एसपी ने बताया कि पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत कोल्हान एवं सारंडा क्षेत्र में विगत कुछ वर्षों से प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी के ERB ( ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो ) का संचालन केंद्रीय समिति सदस्य मिसिर बेसरा, पातीराम मांझी उर्फ अनल, असीम मंडल, सुशांत उर्फ अनमोल, मेहनत उर्फ मौछु, अजय महतो उर्फ बुधराम, पिंटू लोहार, अश्विन, कांडे होनहोगा, एवं सांगेन अंगरिया के नेतृत्व में किया जा रहा है। इनके द्वारा विगत वर्षों में इस क्षेत्र में अनेक विध्वंसक घटनाएं करवाया गया है। इनके विरुद्ध कार्रवाई में झारखंड पुलिस, झारखंड जगुआर, कोबरा और सीआरपीएफ बल की नियुक्त कर लगातार अभियान चलाया जा रहा है।
वर्ष 2022 से अब तक 161 नक्सलियों की गिरफ्तारी व 11 का सरेंडर
चाईबासा जिला अंतर्गत वर्ष 2022 से लगातार संचालित अभियान के क्रम में पुलिस ने अब तक 161 नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।जबकि वर्ष 2022 एवं 2023 में कुल 11 नक्सलियों को पुलिस ने सरेंडर कराया है। वहीं, भारी मात्रा में कुल 375 विस्फोटक, हथियार, कारतूस और अन्य दैनिक उपयोग के समान को जप्त किया है। इतना ही नहीं नक्सलियों का स्थाई कैंप ERB मुख्यालय, 8-10 अस्थाई कैंप एवं 15 बंकर को भी ध्वस्त किया है।
नक्सलियों के सरेंडर करने से मिसिर बेसरा और अनल को बड़ा झटका
नक्सलियों के बड़े पैमाने पर सरेंडर करने से 1 करोड़ के इनामी मिसिर बेसरा उर्फ सागर जी और पतिराम मांझी उर्फ अनल दा को बड़ा झटका लगा है।सरेंडर करने वाले सभी नक्सली दोनों टीम के सक्रिय और मारक दस्त के सदस्य है।कोल्हान तथा सारंडा के सुदूर जंगली पहाड़ी क्षेत्र के चप्पे-चप्पे की जानकारी रखते थे। इनके सरेंडर करने से झारखंड पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ बड़ी सफलता मिल सकती है।