बिहार : राजधानी पटना में आज मंगलवार की सुबह क्रेन और ऑटो की टक्कर में सात लोगों की मौत हो गई। ऑटो में कुल आठ लोग सवार थे। एक घायल की हालत गंभीर है, जिसे इलाज के लिए पटना के पीएमसीएच अस्पताल में भर्ती किया गया। हादसा मंगलवार तड़के चार बजे के करीब हुआ। हादसे के बाद मेट्रो की लापरवाही सामने आई। क्रेन रात में अपना काम कर रही थी, लेकिन मौके पर कोई गार्ड तक मौजूद नहीं था। हादसे के बाद ड्राइवर क्रेन लेकर मौके से फरार हो गया। मृतकों में एक नेपाली नागरिक भी शामिल है।
यह घटना पटना न्यू बाईपास के कंकड़बाग थाना क्षेत्र की है। यहां राम लखन पथ में मंगलवार (16 अप्रैल) सुबह करीब 3:44 पर मेट्रो बाईपास पर काम कर रही क्रेन से एक ऑटो टकरा गया। यह ऑटो पुरानी बस स्टैंड की तरफ से आ था, जिसमें 8 लोग सवार थे। ऑटो में सवार 3 लोगों की मौत मौके पर ही हो गई, जबकि इलाज के दौरान चार अन्य लोगों ने दम तोड़ दिया। एक व्यक्ति की हालत गंभीर बनी हुई है।
पटना मेट्रो का काम कर रही क्रेन के पास कोई गार्ड मौजूद नहीं था और हादसे के बाद क्रेन ड्राइवर अपनी मशीन लेकर भाग गया। ड्राइवर ने घटना की सूचना भी किसी को नहीं दी। हादसे के बाद जब घटनास्थल का सीसीटीवी फुटेज देखा गया तब सामने आया कि ऑटो क्रेन से टकराया था, जो मेट्रो का काम कर रही थी। इस घटना में पिंकी सारण, लक्ष्मण दास (जलेसर धाम नेपाल का रहने वाले) उपेंद्र कुमार बैठा प्रेमपुर पतारी गांव के रहने वाले थे।
मृतकों में 3 पुरुष, 3 महिलाएं और एक बच्चा है।सभी रोहतास, नेपाल, मुजफ्फरपुर, मधुबनी और वैशाली के रहने वाले थे। हादसे के बाद मौके पर पुलिस पहुंची है और मामले की जांच में जुटी है।मरने वालों में मोतिहारी के मुकेश कुमार सहनी का 5 साल का बेटा अभिनंदन कुमार, लक्ष्मण दास, जनकपुरधाम, नेपाल और रोहतास के उपेन्द्र कुमार बैठा (38), पिता रामाशीष बैठा शामिल हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे ट्रैफिक एसपी अशोक कुमार चौधरी ट्रैफिक डीएसपी अनिल कुमार ने घटना के बारे में छानबीन शुरू कर दी है। फिलहाल मेट्रो के काम में लगे क्रेन और ड्राइवर को खोजा जा रहा है। सभी सातों शव पटना मेडिकल कॉलेज भेजे गए जहां पोस्टमार्टम किया गया है।