झारखंड : सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया प्रखंड स्थित मोहनपुर गांव में जनसंपर्क करने पहुंचीं बीजेपी प्रत्याशी गीता कोड़ा को ग्रामीणों और झामुमो कार्यकर्ताओं द्वारा करीब ढाई घंटे तक बंधक बनाए रखने का मामला चुनाव आयोग तक पहुंचा। इसके बाद आयोग ने इस मामले में संज्ञान लिया है।
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के.रवि कुमार ने उपायुक्त को मामले की जांच कर रिपोर्ट तलब की है। निर्वाचन आयोग से की गई शिकायत में जिले के एसपी समेत संबंधित थाना प्रभारी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गई है तथा उन्हें चुनाव कार्य से अलग रखने की मांग की गई है।
इस मामले में सोमवार को भाजपा के विधि प्रकोष्ठ संयोजक सुधीर श्रीवास्तव, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रविनाथ किशोर और लक्ष्मी कुमारी ने राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार से मिलकर शिकायत पत्र सौंपा है।
भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा शिकायत में बताया गया है कि एसपी को फोन कर घटना की जानकारी देने का प्रयास किया गया था, किन्तु उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।इधर, उक्त घटना के बाद गीता कोड़ा ने प्राथमिकी दर्ज करने के बाद बताया था कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम होने के बावजूद स्थानीय गम्हरिया थाना पुलिस द्वारा उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं करायी गयी, जिसके कारण यह घटना घटित हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि सुनियोजित तरीके से उन्हें रोका गया और कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की गई।इस मामले में गीता कोड़ा की ओर से 6 नामजद झामुमो कार्यकर्ताओं समेत करीब 50 लोगों पर व कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया गया है।मोहनपुर के ग्रामीणों और सांसद गीता कोड़ा समर्थक के बीच झड़प प्रकरण में गम्हरिया थाना में ग्रामीणों की ओर से भी काउंटर केस दर्ज कराया गया है। रविवार को आधी रात मोहनपुर से काफी संख्या में ग्रामीण गोलबंद होकर गम्हरिया थाना पहुंचे और सांसद गीता कोड़ा समेत 20 भाजपा नेताओं के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई।इस बाबत थाना प्रभारी राजू ने बताया कि दोनों ओर से शिकायत दर्ज करने के बाद सरायकेला एसडीपीओ के निर्देश पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।