*साक्षात्कार-चांदनी चौक लोकसभा सीट के कांग्रेस उम्मीदवार जेपी अग्रवाल का नजरिया
नई दिल्ली। दिल्ली की चांदनी चौक लोकसभा सीट दिल्ली की बहुत ही महत्वपूर्ण सीट है। कई ऐसे नेता हैं, जिनका चांदनी चौक से पुराना नाता है। इन्हीं में से एक हैं- पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल, जिन्हें जेपी अग्रवाल के नाम से भी लोग जानते हैं। चांदनी चौक की गली-गली से वाकिफ कद्दावर नेता जेपी अग्रवाल का चाँदनी चौक लोकसभा सीट से भी 40 साल पुराना नाता है। वह तीन बार चांदनी चौक सीट से सांसद रहे हैं। इस बार फिर कांग्रेस ने चांदनी चौक लोकसभा सीट से इस कद्दावर नेता को मैदान में उतारा है।
इससे पहले कांग्रेस ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भी जेपी अग्रवाल को टिकट दिया था। हालांकि मोदी लहर और दूसरे कई कारणों से जेपी अग्रवाल को इन दोनों चुनावों में चांदनी चौक का विकास करने का मौका नहीं मिला। लेकिन इस बार परिस्थितियां भी अलग हैं और जेपी अग्रवाल के इरादे भी। अगर प्रतिद्वंद्वी की बात करें, तो इस बार भाजपा ने चांदनी चौक की इस सीट पर सीएआईटी के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल को मैदान में उतरा है। जेपी अग्रवाल को विश्वास है कि वह चांदनी चौक के जमीनी मुद्दों और विकास करने के अपनी योजनाओं पर इस बार चांदनी चौक लोकसभा सीट से जीत हासिल करेंगे और इस क्षेत्र की समस्याओं को खत्म करने के साथ-साथ विकास कार्य करेंगे। जेपी अग्रवाल की विकास नीति और उनकी चांदनी चौक के लिए योजनाओं को लेकर एफडब्ल्यू रिपोर्टर ने उनसे बातचीत की। इस बातचीत के कुछ अंश :-
द फाइनेंसियल वर्ल्ड : चांदनी चौक लोकसभा सीट से फिर उम्मीदवार बनाये जाने पर क्या उम्मीद करते हैं?
जेपी : चांदनी चौक से मेरा गहरा रिश्ता है या कहें कि मेरी जड़ें यहां गहरी हैं। मैं चांदनी चौक से पांच बार चुनाव लड़ चुका हूं। अपनी जड़ों की ओर वापस आना बहुत अच्छा अहसास है। क्षेत्र के लोगों में आज भी मेरे प्रति स्नेह और सम्मान है। चांदनी चौक हमेशा खास रहेगा, क्योंकि मैंने यहीं से संसद में पदार्पण किया था। मैं अभी भी इस निर्वाचन क्षेत्र का मतदाता हूं।
द फाइनेंसियल वर्ल्ड : इस बार कांग्रेस इंडिया गठबंधन के साथ चुनाव लड़ रही है। क्या इस इस बार जीत हासिल कर पाएंगे?
जेपी : चुनाव का दौर शुरू हो चुका है। हम पूरी तैयारी से चुनाव-प्रचार कर रहे हैं। हमें उम्मीद है इस बार इंडिया गठबंधन अपना खाता जरूर खोलेगी हमें वोट मिलेंगे, क्योंकि हम लोगों की चिंताओं के प्रति सहानुभूति रखते हैं और उनके लिए काम करना चाहते हैं। पिछले 10 वर्षों के दौरान क्षेत्र में किसी प्रकार का कोई विकास कार्य नहीं हुआ। इसलिए अब हमें क्षेत्र के मुद्दों पर शुरू से मेहनत करनी होगी तथा पहले दिन से ही आप संसद में मेरी आवाज सुनेंगे।
द फाइनेंसियल वर्ल्ड : 2004 से दिल्ली के अंदर कांग्रेस का वोट प्रतिशत गिरता जा रहा है। लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी को सिर्फ 20 प्रतिशत वोट मिले इस बार वोट कहां से लाएंगे?
जेपी : कांग्रेस हमेशा नीतियों और कार्यक्रम पर चलती है। कोई भी चुनाव आखिरी चुनाव नहीं होता, किसी भी पार्टी के लिए वोट प्रतिशत घटने और बढ़ते रहते हैं। भारतीय जनता पार्टी एक वक्त में दो सीटों पर आ गई थीं और आज उसकी केंद्र में सरकार है।
द फाइनेंसियल वर्ल्ड : इंडिया ब्लॉक को लोग क्यों वोट देंगे?
जेपी : जब मुझे पता चला कि मुझे चांदनी चौक से चुनाव लड़ना है, तो मैंने सोचना शुरू किया कि मुझे सबसे पहले कौन से मुद्दे उठाने चाहिए। हालांकि मैंने देखा कि एक भी मुद्दा ऐसा नहीं था, जिस पर यहां काम शुरू हुआ हो। बीते 10 वर्षों के दौरान प्रत्येक क्षेत्र में कोई काम नहीं हुआ। इसलिए अब हमें क्षेत्र के मुद्दों पर शुरू से मेहनत करनी होगी। चांदनी चौक निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन संसद में ऐसा एक भी सवाल नहीं उठाया गया है, जो क्षेत्र के लोगों या व्यापारियों से संबंधित हो। पहले दिन से ही आप संसद में मेरी आवाज सुनेंगे।
द फाइनेंसियल वर्ल्ड : चांदनी चौक में हुए सौंदर्यीकरण पर आप क्या कहेगे?
जेपी : किसी जगह के सौंदर्यीकरण का मतलब उस क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए अनुकूल माहौल बनाना है। मेरा मानना है कि (चांदनी चौक के) सौंदर्यीकरण से थोक बाजार में लोगों को दी जाने वाली सुविधाओं में सुधार होना, जो शायद एशिया में सबसे बड़े बाजारों में से एक है। बाजारों को उजाड़ना, व्यापारियों पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और अलग-अलग कानून थोपना मेरी नजर में सौंदर्यीकरण नहीं है। पुरानी दिल्ली, जिसे शाहजहांनाबाद के नाम से भी जाना जाता था, उसकी समस्याएं अलग हैं। हमें अपने बाहरी क्षेत्रों पर काम करने की जरूरत है, जहां बहुमंजिला फ्लैट, प्लॉटेड क्षेत्र और जेजे क्लस्टर हैं और उनके मुद्दों को भी हल करना है।
द फाइनेंसियल वर्ल्ड : प्रवीण खंडेलवाल आपके लिए कितनी बड़ी चुनौती है?
जेपी : भाजपा प्रत्याशी प्रवीण खंडेलवाल पर टिप्पणी करना उचित नहीं है। खंडेलवाल भाजपा के उम्मीदवार हैं। भाजपा पिछले 10 वर्षों से केंद्र में है। लेकिन गरीबों के लिए काम करने में वह 100 फीसदी विफल रही है।
द फाइनेंसियल वर्ल्ड : सत्ता पक्ष लगातार कांग्रेस की नीतियों को लेकर और उसके घोषणा पत्र को लेकर परोक्ष रूप से निशाना साधती रहती है, इस पर आप क्या कहेगे?
जेपी : यह सरकार तानाशाही रवैया रखती है। वे सरकारों को तोड़ने के लिए धन का उपयोग करते हैं। निर्वाचित नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय का दुरुपयोग करते हैं और मुख्यमंत्रियों को जेलों में डालते हैं। ये तरीका सही नहीं है। इस सरकार के खिलाफ आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर आवाज उठाई है।
द फाइनेंसियल वर्ल्ड : मोदी लहर का कितना असर होगा?
जेपी : कोई मोदी लहर नहीं है। मैं मोदी लहर तब मानता, अगर आप नौजवानों को नौकरी दे पाते। आपने नौकरी में ठेकेदारी प्रथा चालू करके बच्चों का भविष्य पूरी तरह से खत्म कर दिया। पेपर लीक हो रहे हैं। व्यापारी तंग हैं। नौजवान बेरोजगार हैं। 10 साल में आप महंगाई पर अंकुश नहीं लगा पाए हैं। 2014 के बाद हर चीज के दाम दोगुने हो गए हैं। बेरोजगारी, मुद्रास्फीति और नौकरियों जैसे मुद्दे पहले से भी बड़े हो चुके हैं। कहा है मोदी लहर?