केजरीवाल को अमेरिका, कनाडा और अरब देशों से मिले करोड़ों के अवैध फंड का खुलासा ; ईडी ने गृह मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट

नई दिल्ली: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को लेकर बड़ी खबर आई है। सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गृह मंत्रालय को जो जानकारी दी है, उसके अनुसार आम आदमी पार्टी (AAP) को विदेश से 7.08 करोड़ रुपये का फंड मिला है। ED ने बताया कि AAP को अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत, ओमान और अन्य देशों के कई दानदाताओं से धन प्राप्त हुआ।

ED ने बताया कि फंड ट्रांसफर करने के लिए एक ही पासपोर्ट नंबर, क्रेडिट कार्ड, ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया गया। प्रवर्तन निदेशालय ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर दावा किया कि दिल्ली और पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) ने विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम (FCRA) का उल्लंघन कर विदेश से सात करोड़ रुपये से अधिक का विदेशी कोष हासिल किया है।

ED ने गृह मंत्रालय को जो जानकारी दी है, उसके अनुसार 155 लोगों के एक ही पासपोर्ट नंबर थे। ED ने बताया कि विदेशी फंडिंग में FCRA और जनप्रतिनिधि कानून (RPA) का उल्लंघन किया गया है। पंजाब में AAP के पूर्व विधायक सुखपाल सिंह खैरा और अन्य के खिलाफ मादक पदार्थ से जुड़े धन शोधन के मामले की जांच के तहत कुछ दस्तावेज व ईमेल मिलने के बाद ED ने यह पत्र मंत्रालय को लिखा है। यह जांच 2021 में शुरू हुई थी और ED ने खैरा को तभी गिरफ्तार कर लिया था। वह अब कांग्रेस में हैं।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ED ने पिछले साल अगस्त में केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक विस्तृत पत्र भेजा था, जिसमें AAP द्वारा नियमों के कथित उल्लंघन को रेखांकित किया गया है और इसे विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम (FCRA) और जनप्रतिनिधिन कानून (RPA) के उल्लंघन की श्रेणी में रखा गया है। माना जाता है कि ED ने हाल में इस मामले से संबंधित कुछ नई जानकारियां गृह मंत्रालय के साथ साझा की हैं।

एजेंसी ने मंत्रालय को दानदाताओं के सत्यापित नाम, उनकी राष्ट्रीयता, पासपोर्ट नंबर, दान की गई राशि, दान का तरीका और प्राप्तकर्ता के बैंक खाता नंबर, बिलिंग नाम, पता, फोन नंबर, ईमेल, चंदा देने के समय और तारीख और भुगतान के लिए उपयोग किए गए गेटवे की जानकारी दी है।

एजेंसी ने मंत्रालय से कहा कि 2015 और 2016 के बीच अमेरिका और कनाडा में AAP की विदेशी शाखा के स्वयंसेवकों के माध्यम से पार्टी द्वारा चंदा इकट्ठा करने के लिए आयोजित किए गए कुछ कार्यक्रम कथित रूप से FCRA का उल्लंघन करते थे।

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