झारखंड: खूंटी-चाईबासा सीमा पर गुरुवार को पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें भाकपा माओवादी संगठन का एरिया कमांडर बुधराम मुंडा मारा गया। यह मुठभेड़ खूंटी जिले के अड़की थाना क्षेत्र के कोचांग स्थित साके के सर्वदा जंगल में दोपहर को हुई।
जानकारी के अनुसार, रांची रेंज के वरीय पुलिस अधिकारी के निर्देश पर जिला पुलिस और कोबरा बटालियन ने नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया था। इसी दौरान पुलिस को यह बड़ी सफलता हाथ लगी। घटना की पुष्टि करते हुए डीआईजी अनूप बिरथरे ने बताया कि मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया है और सर्च अभियान जारी है।
माओवादियों के जुटने की सूचना पर चलाया गया था सर्च अभियान
माओवादियों के जुटने की गुप्त सूचना पर जिला पुलिस, कोबरा और अड़की पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया था। इसी दौरान सर्वदा जंगल में पुलिस का माओवादियों से सामना हो गया। माओवादियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। पुलिस की गोली से एक माओवादी मारा गया जबकि बाकी माओवादी घने जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे।
चुनाव के मद्देनजर नक्सल प्रभावित सीमावर्ती इलाकों में बरती जा रही विशेष चौकसी
झारखंड की चार लोकसभा सीटों पर 25 मई को चुनाव होना है। इनमें रांची, धनबाद, गिरिडीह और जमशेदपुर की सीटें शामिल हैं। रांची लोकसभा क्षेत्र का इलाका खूंटी से सटा हुआ है। इस लोकसभा क्षेत्र में सरायकेला जिले का ईचागढ़ विधानसभा सीट भी शामिल है। इसको लेकर रांची से सटे नक्सल प्रभावित सीमावर्ती इलाकों में विशेष चौकसी बरती जा रही है।
पुलिस को अंदेशा है कि नक्सली चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर सकते हैं। इसलिए जगह-जगह कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसी बीच खूंटी पुलिस को कोचांग के पास जंगल में माओवादियों के मूवमेंट की सूचना मिली थी। इस लीड पर पुलिस और सुरक्षा बल की टीम ने ऑपरेशन चलाया। इसी दौरान मुठभेड़ हुई और भाकपा माओवादी संगठन का एरिया कमांडर बुधराम मुंडा मारा गया।