मिजोरम : आइजोल जिले से एक दर्दनाक खबर आई है, जहां मंगलवार की सुबह करीब 6 बजे के आसपास आइजोल की मेल्थम और ह्लिमेन सीमा पर एक पत्थर की खदान ढह गई। इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य मलबे में फंसे हुए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन बारिश के कारण इन कार्यों में बाधा आ रही है।
बताया जा रहा है कि रेमल तूफान के कारण सोमवार से भारी बारिश हो रही है, जिसने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। खदान ढहने के कारण आसपास के कई घर भी तबाह हो गए हैं। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
स्थानीय प्रशासन, पुलिस, असम राइफल्स, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें मौके पर मौजूद हैं और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। बारिश और खराब मौसम के बावजूद, सभी एजेंसियां मिलकर मलबे में फंसे लोगों को निकालने का प्रयास कर रही हैं।
यह पहली बार नहीं है कि मिजोरम में ऐसा हादसा हुआ है। ठीक दो साल पहले, 14 नवंबर 2022 को प्रदेश के हनथियाल जिले में एक पत्थर की खदान ढह गई थी। उस घटना में खनन के दौरान कई बड़े-बड़े पत्थर मजदूरों पर गिर पड़े थे, जिसके मलबे के ढेर में 12 मजदूर दब गए थे। असम राइफल्स, बीएसएफ, स्थानीय पुलिस और एनडीआरएफ ने मिलकर राहत कार्य किया था, जिसमें 11 मजदूरों के शव बरामद किए गए थे।
इस बार की घटना ने एक बार फिर से मिजोरम में खनन गतिविधियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रदेश सरकार और संबंधित विभागों को इस मामले की जांच कर आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।