झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित जमशेदपुर में आनंद मार्ग ने सिविल डिफेंस एवं छत्तीसगढ़ी जनकल्याण समिति के सहयोग से पांचवें दिन तक 500 पौधों का वितरण किया। इस सात दिवसीय निशुल्क पौधा वितरण सप्ताह का आयोजन 30 मई से 5 जून तक किया गया है, जो प्रत्येक दिन सुबह 6:00 से 8:00 बजे तक, आनंद मार्ग धर्म चक्र यूनिट, उर्मिला भवन, सोनारी कबीर मंदिर के पास एवं गदरा आनंद मार्ग जागृति, शिव मंदिर के पास किया जाता है।
पांचवें दिन सिविल डिफेंस स्टेशन के सेकंड एंट्री गेट, वर्मा माइंस, और बागबेड़ा लाल बिल्डींग चिल्ड्रेन पार्क में वृक्षारोपण के लिए पौधों का वितरण किया गया। इस अभियान में त्रिफला (आंवला, बहेड़ा, और हरितकी) के 200 पौधे गदरा के ग्रामीण क्षेत्र में वितरित किए गए।
सुनील आनंद ने लोगों को बताया कि आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल एवं प्रीवेंशन ऑफ क्रुएलिटी टू एनिमल्स एंड प्लांट्स (PCAP) जमशेदपुर की ओर से लोगों के बीच साल, सागवान, गमार, अकाशीया, आम, कटहल, जामुन, आंवला तथा अन्य औषधीय पौधों का वितरण किया जा रहा है। प्रत्येक व्यक्ति को इच्छानुसार 5 से भी ज्यादा पौधे दिए जा रहे हैं।
पौधों के महत्व के बारे में बताते हुए सुनील आनंद ने कहा कि एक पेड़ साल भर में लगभग 700 किलोग्राम ऑक्सीजन का उत्सर्जन करता है, 20 टन कार्बन डाइऑक्साइड को सोखता है, और लगभग 20 किलोग्राम धूल को सोखता है। एक पेड़ लगभग 80 किलोग्राम तक पारा, लिथियम एवं लेड जैसी जहरीली धातुओं के मिश्रण को सोखता है और जमीन को उपजाऊ बनाता है। इसके अलावा, एक तैयार पेड़ तापमान को 1 डिग्री से 5 डिग्री तक कम करता है, साल भर में 3,700 लीटर तक बारिश करवाने में मदद करता है एवं 3,500 लीटर पानी को जमीन तक पहुंचाकर ग्राउंड वाटर लेवल को बढ़ाता है।
सुनील आनंद ने जोर देकर कहा कि अगर पृथ्वी को बचाना है तो हर व्यक्ति को अपने जीवन में एक बड़ा पेड़ लगाना ही होगा। उन्होंने यह भी बताया कि वन को बचाने और उसके महत्व को समझाने के लिए इस अभियान का आयोजन किया गया है। मानव कल्याण के लिए प्राकृतिक कमी को पूरा करने के उद्देश्य से आनंद मार्ग की ओर से यह एक छोटा सा प्रयास निशुल्क पौधा वितरण के रूप में किया जा रहा है।