नई दिल्ली: संसद भवन की सुरक्षा में सेंध लगाने की एक बड़ी कोशिश को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने नाकाम कर दिया है। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है जो फर्जी आधार कार्ड के जरिए संसद भवन में घुसने की कोशिश कर रहे थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान कासिम, मोनिस और शोएब के रूप में हुई है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ये तीनों मजदूर फर्जी आधार कार्ड का उपयोग करके उच्च सुरक्षा वाले संसद परिसर में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। CISF कर्मियों ने 4 जून को संसद भवन के फ्लैप गेट पर पास चेकिंग के दौरान इन्हें पकड़ा। जांच में पता चला कि उन्हें डी वी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा काम पर रखा गया था और वे संसद भवन के आईजी 7 और सांसदों के लाउंज के निर्माण में लगे हुए थे।
गिरफ्तारी के बाद, सभी तीनों मजदूरों को आगे की जांच के लिए संसद मार्ग पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि इन मजदूरों ने फर्जी आधार कार्ड कैसे बनवाए और उनकी मंशा क्या थी।
इस घटना ने संसद भवन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल को और कड़ा करने की जरूरत पर बल दिया है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या इस मामले में और लोग भी शामिल हैं या यह किसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है।