मनदीप-बलदीप करवा चुके है लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में नाम दर्ज

टैंडम पुश-अप के रिकॉर्डधारी सिंह भाईओं को सीजीपीसी ने किया सम्मानित

झारखंड : …..कौन कहता है कि आसमान में सुराख़ नहीं हो सकता, एक पत्थर हो तबियत से उछालो यारों… इस कहावत को साक्षात चरितार्थ किया है सरायकेला खरसावां जिला के आदित्यपुर निवासी दो सिख यूवकों ने नाम है मनदीप सिंह और बलदीप सिंह। दोनों सिख यूवकों ने टैंडम पुश-अप (दो लोगों द्वारा एक साथ किया जाता) में ऐसा कमाल किया कि उनका नाम लिम्का बुक्स ऑफ़ रिकार्ड्स में दर्ज हो गया।


मनदीप और बलदीप की इस उपलब्धि पर सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (सीजीपीसी) ने दोनों भाइयों का साकची स्थित कार्यालय में शाल ओढ़ाकर उनका सम्मान किया है। सीजीपीसी के प्रधान सरदार भगवान सिंह और झारखण्ड राज्य गुरुद्वारा कमिटी के अध्यक्ष सरदार शैलेंदर सिंह ने दोनों प्रतिभावान भाईयों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें और लोगों को प्रेरित करने का अनुरोध उनसे किया है। भगवान सिंह, शैलेंदर सिंह, अमरजीत सिंह, सुखदेव सिंह बिट्टू, परविंदर सिंह सोहल, हरदीप सिंह छनिया समेत दोनों भाईओं के माता-पिता सुरेंदर सिंह और सतवंत कौर भी इस अवसर पर मौजूद रहे।
गौरतलब है कि आदित्यपुर निवासी ‘सिंह ब्रदर्स’ के नाम से मशहूर सरदार सुरेंदर सिंह और बीबी सतवंत कौर के दोनों सुपुत्र सरदार मनदीप सिंह और बलदीप सिंह ने अनोखा रिकॉर्ड बनाते हुए टैंडम पुश-अप के क्षेत्र में अपना नाम लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड के अलावा इंटरनेशनल बुक्स ऑफ़ रिकॉर्ड में भी अपना नाम दर्ज करवाया है। 30 वर्षीय मनदीप सिंह ने बताया है कि उन्होंने अपने भाई बलदीप सिंह के साथ एक मिनट में 28 टैंडम पुश-अप लगाकर रिकॉर्ड अपने नाम किया है। मनदीप सिंह का कहना है कि उनके भाई बलदीप सिंह ने इससे पूर्व कोरोना काल में सबसे ज्यादा साइड जम्प पुश-उप लगाकर इंटरनेशनल बुक ऑफ़ रेकार्ड और इंडिया बुक और रिकॉर्ड में भी अपना नाम दर्ज करवा चुके हैं।
इस रिकॉर्ड के पीछे एक प्रेरणादायक कहानी है। लिम्का बुक में यह रिकॉर्ड बनाने की यात्रा 26 मार्च, 2022 को शुरू हुई जहाँ दोनों भाइयों ने पूरी लगन और निष्ठां से अभ्यास करना शुरू किया और एक महीने के भीतर ही रिकॉर्ड बनाने लायक अपने आप को तैयार कर लिया। लेकिन इस रिकॉर्ड के लिए एक महीने का अभ्यास उनके लिए उतना कठिन नहीं था जितना कठिन था इस रिकॉर्ड के परिणाम के आने का इंतज़ार करना था। दोनों भाइयों ने पूरी शक्ति, समर्पण और अनुशासन में रहकर कड़ी मेहनत की थी, लेकिन अब उन्हें अंतिम परिणामों की प्रतीक्षा करनी पड़ रही थी। एक साल के लम्बे इंतज़ार के बाद निराशा में उन्होंने छोड़ देने का फैसला किया था। लेकिन फिर उन्होंने बहाये गए पसीने और दर्द को अपनी प्रेरणा के स्रोत के रूप में लेना शुरू कर दिया ताकि नए रिकॉर्ड या कुछ नए अवसरों के अभ्यास के लिए आगे बढ़ सकें। और अंततः मेहनत रंग लायी आखिरकार मनदीप और बलदीप ने अपना नाम अंतरराष्ट्रीय पुस्तक में रिकॉर्ड दर्ज करवाने में सफलता अर्जित कर ली। फिर ठीक 735 दिनों के लंबे इंतजार के बाद, उन्हें आधिकारिक तौर पर एक मिनट में सबसे ज्यादा टैंडेम पुश-अप करने के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज होने की सुचना मिली। ‘सिंह ब्रदर्स’ को पांच माह बाद अप्रैल 2024 को प्रमाण पत्र मिला। ‘सिंह ब्रदर्स’ मनदीप सिंह और बलदीप सिंह का कहना है कि दिन-प्रतिदिन खुद को बेहतर बनाना, खुद पर विश्वास रखना, कड़ी मेहनत और धैर्य रखना ही सफलता का मूलमंत्र है।

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