*सहमति नहीं बनी तो पहली बार चुनाव की नौबत आएगी
नई दिल्ली : 18वीं लोकसभा के पहले सत्र का मंगलवार को दूसरा दिन है। पीएम मोदी आज लोकसभा स्पीकर के उम्मीदवार का प्रस्ताव रखेंगे। इसके लिए मंगलवार दिन में 12 बजे तक नाम देना है। अकेले दम पर बहुमत से दूर भाजपा एनडीए के सहयोगी दलों से विचार-विमर्श कर रही है। सदन में ताकत बढ़ने से उत्साहित विपक्षी गठबंधन इंडिया भी सभी विकल्पों पर विचार करते हुए सियासी संदेश देने के लिए चुनावी मुकाबले की स्थिति बना सकता है। ऐसा हुआ तो यह देश के संसदीय इतिहास में पहली बार हाेगा, जब स्पीकर पद का चुनाव हो। आजादी के बाद से अब तक लोकसभा स्पीकर का चयन सर्वसम्मति से होता रहा है।
दरअसल, गठबंधन सरकार में स्पीकर की भूमिका अहम होती है। ऐसे में विपक्ष ही नहीं, एनडीए के बड़े सहयोगी दल भी सावधानी से आगे बढ़ रहे हैं। सोमवार देर रात तक इसे लेकर असमंजस बनी रही थी। केंद्रीय मंत्री के. राममोहन नायडू ने कहा, ‘अंतिम फैसला आंध्र के सीएम चंद्रबाबू नायडू और गठबंधन के नेता करेंगे। एनडीए के एक अन्य सहयोगी दल भाजपा से विचार-विमर्श होने की बात कही है। सूत्रों के अनुसार इस पद के लिए ओम बिरला फ्रंट रनर हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद राधामोहन सिंह, आंध्र से भाजपा सांसद डी. पुरंदेश्वरी और प्रोटेम स्पीकर बने भर्तृहरि महताब का नाम भी चर्चा में है।