मुंबई: भारतीय शेयर बाजार के लिए सोमवार का कारोबारी सत्र काफी नुकसान वाला रहा। अमेरिका में मंदी की आहट के चलते वैश्विक बाजारों के साथ भारतीय बाजारों में बड़ी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 2,222 अंक या 2.74 प्रतिशत गिरकर 78,759 और निफ्टी 662 अंक या 2.68 प्रतिशत गिरकर 24,055 पर बंद हुआ।
बाजार में गिरावट के कारण बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का मार्केट कैप कम होकर 441 लाख करोड़ रुपए रह गया, जो कि पिछले कारोबारी सत्र में 457 लाख करोड़ रुपए था। इस तरह निवेशकों को 16 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। छोटे और मझोले शेयरों में गिरावट का सबसे ज्यादा असर देखा गया।
निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 858 अंक या 4.57 प्रतिशत गिरकर 17,942 पर था और निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 2,056 अंक या 3.55 प्रतिशत गिरकर 55,857 पर बंद हुआ। सभी इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए हैं। सबसे ज्यादा गिरावट पीएसयू बैंक, मेटल, रियल्टी, एनर्जी, इन्फ्रा, ऑटो और आईटी इंडेक्स में थी।
सेंसेक्स में 30 में से 28 शेयर लाल निशान में बंद हुए हैं। टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, एसबीआई, पावर ग्रिड, मारुति सुजुकी, जेएसडब्ल्यू स्टील, इन्फोसिस, एलएंडटी और टेक महिंद्रा टॉप लूजर्स थे। एचयूएल और नेस्ले ही केवल हरे निशान में बंद हुए हैं।
बाजार के जानकारों का कहना है कि अमेरिका में मंदी की आहट और खराब जॉब डेटा एवं जापानी येन के बढ़ने के कारण बाजारों में अस्थिरता का माहौल है। इस कारण से भारतीय बाजारों में भारी बिकवाली देखी गई है। हालांकि, निफ्टी 24,000 के करीब आकर बंद हुआ है।
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट के रिसर्च हेड संतोष मीणा का कहना है कि वैश्विक बाजारों से लगातार आ रही खराब खबरों के कारण गिरावट देखने को मिली है। जापान की ओर से ब्याज दरें बढ़ा दी गई है और जिसके कारण दुनियाभर में लगा जापान का पैसा वापस वहां की अर्थव्यवस्था में जाने की उम्मीद है। वहीं, अमेरिका में भी जॉब डेटा खराब आया, जिसके कारण बाजार में बिकवाली देखने को मिल रही है।