हरियाणा (यमुनानगर) : हरियाली तीज का शाब्दिक अर्थ है ‘हरी तीज’। जिसे श्रावण तीज या सावन तीज के नाम से भी जाना जाता है। यह श्रावण मास की अमावस्या के तीसरे दिन आती है। इस त्योहार को अत्यंत पवित्र माना जाता है।
संत थॉमस विद्यालय में भी हरियाली तीज का त्योहार 6 अगस्त 2024 को माननीया प्रधानाचार्या डॉक्टर चंदना लाल अध्यक्षता में प्री प्राइमरी एवं जूनियर वर्ग की समन्वयक अनु बेदी की देख-रेख में धूमधाम से मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए विद्यालय की प्राचार्या ने भारतीय संस्कृति एवं श्रावण मास में मनाई जाने वाली हरियाली तीज की महत्ता पर भी प्रकाश डाला तथा तथा विभिन्न गतिविधियों एवं कार्यकलापों द्वारा अपने देश की सभ्यता और संस्कृति को जीवित रखने के लिए छात्र एवं छात्राओं को प्रोत्साहित किया।
इस त्योहार के लिए प्री प्राइमरी एवं जूनियर वर्ग की समन्वयक अनु बेदी जी ने प्री नर्सरी से कक्षा पाँचवी तक के छात्र- छात्राओं का चयन किया एवं उन्हें हरित वर्ण के परिधान धारण करके विद्यालय आने का आमंत्रण दिया था। छात्राओं के हस्त मेहंदी से सुसज्जित थे।
अत्यंत आकर्षक हरी पोशाकों में छात्र – छात्राएँ हरियाली तीज के पर्व को चार चाँद लगा रहे थे। हरियाली तीज की छटा देखते ही बनती थी।
सभी के हाथों में एक से बढ़कर एक सुन्दर मेहंदी के नमूने तीज के सौंदर्य को बढ़ाते हुए प्रतीत हुए।
इस कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों ने तीज से सम्बंधित चित्रकारी की एवं अद्भुत रंगोली की छटा बिखेरी। इस कार्यक्रम में छात्रों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। माननीया प्राचार्या डॉक्टर चन्दना लाल ने कहा कि इस त्योहार द्वारा परस्पर मिलजुल कर कार्य करने से विद्यार्थियों के मध्य एकता, प्रेम तथा भाईचारे की भावना का संदेश पहुँचता है।।इस उपलक्ष पर तीज के सर्वप्रसिद्ध मिष्ठान घेवर से एक दूसरे का मुँह मीठा करवाकर त्योहार की मिठास को सम्पूर्ण विद्यालय में फैलाया एवं एक दूसरे को त्योहार की बधाई दी।
भाई -बहन के प्रेम का त्योहार रक्षाबंधन भी इसी मास में अपने चरण धरता है।
प्री प्राइमरी तथा जूनियर वर्ग की समन्वयक अनु बेदी एवं उनकी टोली में उपस्थित मोनिका, नवलीन, ईशा और चमन जी जैसे कर्मठ अध्यापक एवं अध्यापिकाओं के सहयोग और प्रयासों द्वारा यह कार्यक्रम संपन्न हुआ।