पत्रकारों को परिवार समेत मिले कैशलैस इलाज की शीघ्र मिले सुविधा : एमडब्ल्यूबी

चंडीगढ़ : पत्रकारों के हित में काम कर रही मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और प्रदेश सरकार के कईं मंत्रियों के समक्ष पत्रकारों और उनके परिवारों  को कैशलैस इलाज की सुविधा मुहैया कराने की मांग की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रशेखर धरणी और महासचिव डॉ. सुरेंद्र मेहता ने बताया कि अधिकांश पत्रकार आर्थिक रूप से संपन्न नहीं होते। ऐसे में कईं बार गंभीर रूप से बीमार होने या फिर कोई दुघर्टना होने पर वह सही से इलाज करवा पाने में भी खुद को असमर्थ महसूस करते हैं। ऐसे में उनके उचित इलाज के लिए उन्हें सरकारी कर्मचारियों की तर्ज पर कैशलैस इलाज की सुविधा दी जानी चाहिए। 

इस संदर्भ में मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने समय –समय पर हरियाणा के मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्रियों और उच्चाधिकारियों को ज्ञापन भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के लिए कैश लैस स्वास्थ्य सेवा कृपया शीघ्र शुरू करने का काम कर अनुग्रहित करें। इसके अलावा  पत्रकारों की सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन 30 हजार रुपए की जाए। साथ ही डिजिटल पत्रकारों को मान्यता देने के नियमों में सरलीकरण किया जाए और पत्रकारों को टोल फ्री सुवधा की जाए।

पारिवारिक पेंशन और एफआईआर संबंधी एमडब्ल्यूबी की मांग स्वीकर कर चुकी है सरकार

धरणी और महेता ने बताया कि मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन की मांग पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पत्रकारों की पेंशन संबंधी दो मांगों को पूरा कर चुके हैं। इसमें अब किसी पत्रकार पर एफआईआर दर्ज होने की सूरत में उसकी पेंशन को रोका नहीं जाएगा। इसके अलावा यदि परिवार में एक से अधिक पत्रकार है तो उसमें दोनों की पेंशन सरकार की ओर से दी जाएगी। पहले सरकार की ओर से एक से अधिक पत्रकार होने पर परिवार में केवल एक ही व्यक्ति को पेंशन देने का नियम था। उन्होंने इन मांगों को पूरा करने के लिए एक बार फिर से मुख्यमंत्री नायब सैनी, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता और तमाम मंत्रियों का आभार जताया है। 

कई पत्रकारों की कर चुकी है आर्थिक मदद

धरणी ने बताया कि मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन की ओर से कईं पत्रकारों पर शारीरिक संकट आने पर संस्था की ओर से समय-समय पर आर्थिक रूप से उन्हें मदद पहुंचाई गई है। किडनी ट्रांसप्लांट के लिए 3 पत्रकारों की अलग-अलग समय पर संस्था की ओर से आर्थिक मदद की गई है। हरियाणा में एमडब्ल्यूबी पहली संस्था है, जो पत्रकारों को शारीरिक या पारिवारिक संकट आने पर आर्थिक रूप से मदद पहुंचा रही है। प्रसार भारती के एडवाइजर दिवंगत ज्ञानेंद्र बरतरिया के निधन के बाद उनके परिवार को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता संस्था की ओर से करवाए गए टर्म इंश्योरेंस के माध्यम से इंश्योरेंस कंपनी ने प्रदान की है। एमडब्ल्यूबी हरियाणा में 60 साल से अधिक पत्रकारों को विशेष रूप से अपने हर कार्यक्रम में सम्मानित करती है। हरियाणा के तीन पत्रकारों को हर कार्यक्रम में उनकी पत्रकारिता में दी गई सेवाओं के लिए विशेष सम्मान दिया जाता है।

Related Posts

About The Author