यमुनानगर : रोटरी क्लब ऑफ क्लासीक यमुनानगर द्वारा राजकीय विद्यालय गढीमुन्डो यमुनानगर में सर्वाइकल कैन्सर बारे जागरूकता के लिये एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था। इस कार्यशाला के दौरान मुकन्द लाल जिला नागरिक अस्पताल यमुनानगर की कार्यवाहक प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिव्या मंगला मुख्यअतिथि के तौर पर उपस्थित रही। कार्यशाला के दौरान डॉ. दिव्या मंगला, डॉ. चैरी गुप्ता, डॉ. गीता बैनीवाल व आर.बी.एस.के. की टीम ने बच्चों को स्वास्थ्य सम्बंधी जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर रोटरी क्लब की निदेशक हरमिन्द्र सेठी व कार्यवाहक प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिव्या मंगला ने बच्चियों को सैनेटरी पैड वितृत किये तथा इनकी उपयोगिता बारे जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम के दौरान रोटरी क्लब की ओर से हरमिन्द्र सेठी के साथ वाटीका सिब्बल व मीनू ऑबरोय भी उपस्थित रही।
इस अवसर पर डॉ. दिव्या मंगला ने जानकारी देते हुये बताया कि सर्वाइकल कैन्सर, गर्भाशय ग्रीवा या सर्विक्स (गर्भाशय के निचले हिस्से) में होता है। ज्यादातर सर्वाइकल कैन्सर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एच.पी.वी.) संक्रमण के कारण होता है। उन्होने कहा अधिकांश महिलाओं को अपने जीवन में किसी न किसी समय एच.पी.वी. संक्रमण हो जाता है और उन्हें इसका एहसास भी नहीं होता क्योंकि उनका शरीर संक्रमण से लडता है, परन्तु संक्रमण के लगातार रहने के कारण अथवा अधिक होने के कारण सर्वाइकल कैन्सर होने का खतरा उतपन्न हो जाता है। डॉ. दिव्या मंगला ने कहा कि सर्वाइकल कैन्सर खतरनाक होता है, क्योंकि कई बार इसके लक्षण दिखाई नहीं देते है और अगर समय से इसका पता ना चले अथवा पूर्ण उपचार ना हो, तो यह जानलेवा हो सकता है। अतः बच्चियों को इसके बारे जानकारी होना आवश्यक है, ताकि वे स्वय्ं से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें व किसी भी संक्रमण की अवस्था में उसका पूर्ण उपचार करायें। इसके साथ ही उन्होने बताया कि सर्वाइकल कैन्सर को रोकने के लिये एच.पी.वी. टीकाकरण होता है, जिसके तहत 11-12 वर्ष की आयु में बच्चियों का टीकाकरण कर उन्हें इससे बचाया जा सकता है।
इस अवसर पर डॉ. चैरी गुप्ता ने कहा कि महिलाओं को सदा ही अपने खान-पान का ध्यान रखना चाहिये। पौषक आहार ग्रहण करने से बहुत सी बिमारियों को होने से रोका जा सकता है अथवा बिमारियों के उपचार में भी सहायक होती है। उन्होने कहा कि दवा भी तभी कार्य करती है जब व्यक्ति के शरीर को पूर्ण आहार प्राप्त हो रहा हो।
इस अवसर पर डॉ. गीता बैनीवाल ने बताया कि सर्वाइकल कैन्सर के लक्षणों में पैल्विक दर्द, पेशाब करने में समस्या व पैरों में सूजन होती है तथा यदि कैन्सर आस-पास के अंगों में फैल गया है तो उन अंगों के काम करने के तरीके को प्रभावित करता है। अतः उन्होने बताया कि कैन्सर का समय पर व आरम्भीक अवस्था में पता लगने पर उपचार किया जा सकता है। अतः यदि किसी को भी इस प्रकार की दिक्कत की आशंका हो तो वे तुरन्त चिकित्सक से सम्पर्क करे तथा इसकी पूर्ण जॉच उपरान्त इसका उपचार करायें। ताकि कैन्सर जैसी बिमारी को कोई खतरा ना रहे।
इस अवसर पर रोटरी क्लब की निदेशक व विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा मुख्य अतिथियों को स्वागत व धन्यवाद किया गया तथा बच्चियों को विशेषज्ञों द्वारा दी गई सलाहों पर अमल करने व अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिये प्रेरित किया गया।