ढाका : बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ विद्रोह प्रदर्शनों के तीन महीने बीतने के बावजूद आक्रोश थमता नजर नहीं आ रहा है। रविवार को ढाका के आर्मी स्टेडियम में आयोजित ‘इकोस ऑफ रिवोल्यूशन’ कार्यक्रम में एक बार फिर हसीना के खिलाफ नफरत और गुस्से का प्रदर्शन हुआ।
इस आयोजन में पाकिस्तान के प्रसिद्ध गायक राहत फतेह अली खान मुख्य आकर्षण रहे, लेकिन कार्यक्रम के दौरान ऐसी घटनाएं हुईं, जो चर्चा का विषय बनी हुई हैं। कॉन्सर्ट के दौरान छात्र नेता सरजीस आलम ने मंच पर पहुंचकर शेख हसीना को फांसी देने की मांग के नारे लगाए। उनके साथ भीड़ और आंदोलन में मारे गए लोगों के परिजनों ने भी इन नारों का समर्थन किया।
सरजीस आलम ने अपने संबोधन में कहा, पिछले 16 सालों में हमने कई बार सड़कों पर उतरने की कोशिश की, लेकिन हमारी सफलता तब मिली जब हमने एकजुटता दिखाई। यह आंदोलन हमें सिखाता है कि हमारी एकता ही हमारी ताकत है।
कॉन्सर्ट में उन परिवारों को भी बुलाया गया था, जिन्होंने जुलाई के आंदोलन में अपने प्रियजनों को खोया था। मंच से इन परिवारों के लिए न्याय की मांग की गई और जोर दिया गया कि शेख हसीना को देश लाकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
कार्यक्रम में गायक राहत फतेह अली खान ने भी अपने प्रदर्शन से समां बांधा। उन्होंने कहा, ढाका में परफॉर्म करना मुझे अपने देश पाकिस्तान में परफॉर्म करने जैसा महसूस हुआ। हम पाकिस्तानी हमेशा बांग्लादेश के लोगों के साथ खड़े हैं। इस आयोजन ने बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ते आक्रोश को एक बार फिर उजागर कर दिया है।