नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर फंसे नासा के अंतरिक्ष यात्रियों सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर ने इस क्रिसमस को एक खास अंदाज में सेलिब्रेट किया। सेलिब्रेशन की सामने आई तस्वीरों में हम देख सकते हैं कि सुनीता विलियम्स और बुच ने सांता हैट भी पहन रखी है। साथ ही क्रिसमस की अन्य सजावट भी फोटो में दिखाई दे रही है। इन तस्वीरों ने जहां एक ओर लोगों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है, वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर नए विवादों को भी जन्म दे दिया है।
सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस – नासा ने सुनीता विलियम्स और उनके साथियों की अंतरिक्ष में सांता हैट पहने तस्वीरें अपलोड कीं। इन तस्वीरों पर अब यूजर्स अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। यूजर्स ने तस्वीरों पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या सुनीता विलियम्स अपने साथ क्रिसमस की टोपी और सेलिब्रेशन के बाकी सामान लेकर गई थीं। इसका मतलब तो यह हुआ कि उन्हें लंबे मिशन पर ही भेजा गया था और यह बात छिपाई गई। एक अन्य यूजर ने कहा, ये वही लोग हैं जो जून में 8-दिवसीय मिशन के लिए गए थे?
नासा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि ISS पर भेजे गए ताजा सामान की डिलीवरी में क्रिसमस की सजावट, विशेष उपहार और उत्सव के भोजन शामिल थे। यह डिलीवरी नवंबर के अंत में एक स्पेसएक्स के जरिए की गई थी। नासा ने बताया कि हर साल ISS को ताजा राशन और आवश्यक सामग्री के साथ-साथ त्योहारों के लिए विशेष सामान भी भेजा जाता है।
ISS पर मौजूद सात अंतरिक्ष यात्री और कॉस्मोनॉट्स के लिए भेजे गए पैकेज में हैम, टर्की, सब्जियां, पाई और कुकीज जैसे स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ शामिल थे। इसके अलावा, सांता हैट और एक छोटा क्रिसमस ट्री भी भेजा गया था। सुनीता और बुच ने इन सजावटों के साथ अपने क्रिसमस वीडियो को ऑनलाइन साझा किया।
फिर टला वापसी का रास्ता– सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर की वापसी एक बार फिर से टल गई है। अब वे मार्च 2025 के अंत तक स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल से वापस लौटने की उम्मीद कर रहे हैं। इससे पहले, उनकी वापसी फरवरी 2025 में तय की गई थी। इससे पहले, ISS पर मौजूद अंतरिक्षयात्रियों ने धन्यवाद दिवस (थैंक्सगिविंग) भी धूमधाम से मनाया था। अब वे वहीं क्रिसमस और नए साल का जश्न मना रहे हैं। सुनीता और बुच केवल आठ दिन की यात्रा के लिए गए थे, लेकिन तकनीकी और अन्य बाधाओं के कारण लगभग एक साल अंतरिक्ष में बिताने को मजबूर हैं। उनकी वापसी का कार्यक्रम अब 2025 तक टाल दिया गया है।