नई दिल्ली : रूस- यूक्रेन बीच हो रहे युद्ध को खत्म करने के लिए अमेरिका लगातार प्रयास कर रहा हैं। वहीं, डोनाल्ड ट्रंप की नीति के आगे आखिरकार यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की घुटने टेकते नजर आ रहे हैं। यूक्रेनी सुरक्षा अधिकारियों ने कहा है कि यूक्रेन ने अमेरिका के साथ खनिज सौदे पर सहमति जताई है। इस सौदे की कीमत 500 बिलियन डॉलर बताई जा रही है, जिसे रूस के साथ युद्ध समाप्त करने की वार्ता से पहले यूक्रेन द्वारा अमेरिका को अपने पक्ष में लाने के तरीके के रूप में देखा जा रहा है।
बीते दिन ट्रंप ने जेलेंस्की को तानाशाह बताया था। अमेरिका के द्वारा लगातार यूक्रेन पर खनिज समझौते का दबाव बनाया जा रहा है। जिसे मानने से जेलेंस्की इनकार कर रहे थे, हालांकि अब इस दबाव के आगे यूक्रेन के राष्ट्रपति झुक गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को जेलेंस्की व्हाइट हाउस का दौरा करने वाले हैं। इस यात्रा को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि बैठक में ज़ेलेंस्की यूक्रेनी खनिजों के बारे में अमेरिका द्वारा प्रस्तावित सौदे पर सहमत हो सकते हैं। यूक्रेन को उम्मीद है कि यह सौदा ट्रम्प प्रशासन के साथ संबंधों को बेहतर बनाएगा, दीर्घकालिक सुरक्षा संबंधों को मजबूत करेगा और यूक्रेन युद्ध को समाप्ति के करीब ले जाएगा। इस समझौते में विशाल खनिज, तेल, गैस जैसे चीजें शामिल हैं। अमेरिका के द्वारा यह समझौता संभावित राजस्व के 500 बिलियन डॉलर के हिस्से की अपनी मांग को छोड़ने के बाद हुआ है। इस बैठक को लेकर यूक्रेन के उप प्रधान मंत्री और न्याय मंत्री ओल्हा स्टेफनिशिना ने बताया कि “खनिज समझौता तस्वीर का केवल एक हिस्सा है, “हमने अमेरिकी प्रशासन से कई बार सुना है कि यह एक बड़ी तस्वीर का हिस्सा है।
यूक्रेन के के तीन वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि अधिकारी अभी भी “विवरण पर काम कर रहे हैं”। समझौते की मूल शर्तों को ट्रंप के वॉइट हाउस में वापसी के बाद तैयार किया गया था। कहा गया था कि यह यूक्रेन को अमेरिका का आर्थिक गुलाम बना देगा। समझौते को लेकर यूक्रेन ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। जेलेंस्की ने अधिकारियों से इस समझौते पर हस्ताक्षर न करने को कहा था, जिसके बाद अमेरिका नाराज हो गया था। ट्रंप ने सार्वजनिक तौर पर जेलेंस्की को तानाशाह कह दिया था। इसके अलावा युद्ध को शुरू करने का भी आरोप लगाया था।