ऑपरेशन सिंदर:पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने तबाह,मसूद अजहर के मारे जाने की आशंका

Published Date: 07-05-2025

नई दिल्ली:भारत ने 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर समेत कुल 9 आतंकी ठिकानों पर बड़ा सैन्य ऑपरेशन चलाया। “ऑपरेशन सिंदूर” नामक इस कार्रवाई में भारतीय सेना ने जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के प्रमुख ठिकानों को निशाना बनाया।

बहावलपुर का आतंकी नेटवर्क बना निशाना
बहावलपुर, पाकिस्तान का 12वां सबसे बड़ा शहर, जैश-ए-मोहम्मद के संचालन केंद्र के रूप में कुख्यात है। यहीं पर जामिया मस्जिद सुभान अल्लाह परिसर स्थित है, जिसे मसूद अजहर ने आतंकी ट्रेनिंग सेंटर के तौर पर विकसित किया था। भारतीय सेना ने इसी परिसर को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान निशाना बनाया। यह मस्जिद आतंकियों की भर्ती, फंडिंग और विचारधारा फैलाने का बड़ा अड्डा थी।

रातभर चली कार्रवाई, 9 ठिकाने तबाह

सेना ने बहावलपुर, मुरीदके, कोटली, मुजफ्फराबाद, सियालकोट समेत कुल 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। पाकिस्तानी मीडिया और सेना ने भी इन हमलों की पुष्टि की है। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, करीब 80-100 आतंकियों के मारे जाने की खबर है, जिसमें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के कम से कम 30 आतंकी शामिल हैं।

मसूद अजहर के मारे जाने की आशंका

इस ऑपरेशन के बाद ऐसी खबरें सामने आई हैं कि कुख्यात आतंकी मसूद अजहर भी बहावलपुर के हमले में मारा गया है। हालांकि, अभी तक उसकी मौत की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। मसूद अजहर पिछले कई महीनों से छिपा हुआ था और हाल ही में बहावलपुर में देखा गया था।

रणनीतिक महत्व और भारत का संदेश
भारत की यह कार्रवाई केवल आतंकी ठिकानों के खिलाफ थी, पाकिस्तानी सेना के खिलाफ नहीं। ऑपरेशन का उद्देश्य पाकिस्तान में पल रहे आतंकी संगठनों की रीढ़ तोड़ना था, जो पिछले तीन दशकों से भारत में कई बड़े हमलों के लिए जिम्मेदार रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन की लगातार निगरानी की और रक्षा मंत्री ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों से संपर्क बनाए रखा।

“ऑपरेशन सिंदूर” के जरिए भारत ने एक बार फिर स्पष्ट संदेश दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ सख्त और निर्णायक कार्रवाई करने में सक्षम है। पाकिस्तान में आतंकी ढांचे पर इस हमले से न केवल आतंकियों को भारी नुकसान हुआ है, बल्कि भारत की सैन्य शक्ति और राजनीतिक इच्छाशक्ति भी दुनिया के सामने उजागर हुई है।

नोट: मसूद अजहर की मौत की खबर की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। जैसे ही कोई नई जानकारी सामने आती है, उसे अपडेट किया जाएगा।

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