लड़की को अपहरणकर्ता के चंगुल से आरपीएफ और जीआरपी ने मिलकर बचाया

झारखंड: बिहार के गया जिले से एक युवक, जो मानसिक रूप से विक्षिप्त अपनी बहन का इलाज कराने के लिए रांची के कांके में अवस्थित CIP आया था, की कहानी है। इलाज के बाद, वह अपने घर जाने के लिए रांची स्टेशन आया और टिकट बुकिंग काउंटर से टिकट लेने के बाद उसने अपनी बहन को टिकट काउंटर के हॉल में बैठाया और खाना लाने के लिए बाहर चला गया। जब वह खाना लेकर लौटा तो उसने अपनी बहन को वहां नहीं पाया। उसने पहले स्टेशन पर खोजबीन की, लेकिन जब सफलता नहीं मिली तो वह जीआरपी थाना रांची पहुंचा।

जीआरपी रांची ने उसकी शिकायत पर भारतीय दण्ड संहिता की धारा 366 के तहत कांड संख्या 12/24 दिनांक 30.05.2024 को दर्ज किया। इसके बाद, आरपीएफ प्रभारी दिगंजय शर्मा और जीआरपी प्रभारी प्रदीप मिंज ने मामले को गंभीरता से लेते हुए *ऑपरेशन रेल प्रहरी* के तहत आरपीएफ पोस्ट में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की। उन्होंने पाया कि एक व्यक्ति उस मानसिक रूप से विक्षिप्त लड़की को गलत नियत से बहला-फुसलाकर स्टेशन से बाहर ले गया था।

अपहृत मानसिक रूप से विक्षिप्त युवती किसी तरह 01.06.2024 की सुबह अपने गांव पहुंच गई। आरोपी की सीसीटीवी फुटेज में पहचान करने के बाद, आरपीएफ और जीआरपी रांची ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए आरोपी उपेंद्र कुमार, उम्र लगभग 50 साल, रामनगर, थाना नामकुम, रांची को रांची स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 01 पर गिरफ्तार किया।

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