झारखंड: गिरिडीह के लूसियो जंगल में ठेकेदार के मुंशी से जबरन लेवी वसूली मामले में गिरिडीह पुलिस ने 15 लाख का इनामी हार्डकोर 60 वर्षीय नक्सली कृष्णा को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है। इस नक्सली पर विभिन्न थाना क्षेत्रों में 50 से अधिक नक्सली वारदात के मुकदमे दर्ज।
गिरिडीह पुलिस ने 15 लाख के इनामी नक्सली और पीरटांड़ थाना इलाके के लेढवा गांव निवासी कृष्णा हांसदा उर्फ सौरभ दा उर्फ अविनाश दा की गिरफ्तारी के पांच दिनों बाद बीते 17 जनवरी की संध्या गिरफ्तारी की पूरी जानकारी दिया।
गिरिडीह एसपी अमित रेनू, एएसपी गुलशन तिर्की, एसडीपीओ मनोज कुमार, डुमरी सर्किल इंस्पेक्टर परमेश्वर लियांगी और सीआरपीएफ कमांडेंट संतोष कुमार ने प्रेस वार्ता कर इस हार्डकोर नक्सली का खुलासा किया।एसपी ने बताया की कृष्णा हांसदा नक्सली संगठन के रीजनल कमिटी का सदस्य है और गिरिडीह के पारसनाथ समेत उत्तरी एवं दक्षिणी इलाके में सक्रिय रहा है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार 60 वर्षीय हार्डकोर नक्सली कृष्णा हांसदा सीसीए सदस्य विवेक उर्फ प्रयाग दा का काफी करीबी माना जाता है। एसपी ने बताया की गिरिडीह के कई थानों के साथ धनबाद में इसके खिलाफ 50 से अधिक नक्सली केस दर्ज है। जिसमे कई सरकारी संपत्ति को उड़ाने समेत हत्या के मामले शामिल है।
लेकिन पुलिस की माने तो एसडीपीओ मनोज कुमार और डुमरी थाना प्रभारी गोपाल महतो के साथ पुलिस जवानों ने इसे डुमरी थाना इलाके के लुसियो जंगल से दबोचा है। उस वक्त भी ये जमुई के नक्सली कैडर अभिजीत के साथ गिरिडीह के एक ठेकेदार से लेवी के पैसे वसूली के लिए ही लूसियो जंगल पहुंचा था।
बिहार के जमुई के नक्सली अभिजीत के साथ हार्डकोर नक्सली कृष्णा को लेवी का पैसा देने ठेकेदार का मुंशी पहुंचा था। इतना ही नहीं कृष्णा और उसके साथी नक्सली ने ठेकेदार से दो लाख लेवी वसूल भी चुका था। जिसे इसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इसके पास से बरामद किया है।
इसका साथी और जमुई का नक्सली अभिजीत फरार होने में सफल रहा।
गिरफ्तार नक्सली की निशानदेही पर पारसनाथ पहाड़ के अलग अलग हिस्सों में छापेमारी कर कई नक्सली साहित्य और वर्दी भी जब्त किया है।
पुलिस पूछताछ में नक्सली कृष्णा ने गिरिडीह ठेकेदार देव से लेवी वसूलने की बात बतायी है। पुलिस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।