राज्यों को अस्पतालों में तैयारी के निर्देश, बुजुर्गों और बच्चों के लिए विशेष सावधानी की अपील
नई दिल्ली:देश में बढ़ती भीषण गर्मी और हीटवेव की गंभीर स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने राज्यों को पत्र जारी कर कहा है कि सभी अस्पतालों में हीट स्ट्रोक चिकित्सा प्रबंधन के पूरे इंतजाम किए जाएं। साथ ही, अस्पतालों में अग्निशमन सुरक्षा उपायों की तत्काल समीक्षा और मॉक ड्रिल कराने को भी अनिवार्य बताया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारतीय मौसम विभाग के हवाले से जानकारी दी है कि आने वाले दिनों में देश के कई हिस्सों में तापमान 45 से 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। इससे बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं विशेष रूप से प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में सभी जिलों में जागरूकता अभियान चलाने और दोपहर के समय स्कूलों की छुट्टी में बदलाव करने की सलाह दी गई है।
पत्र में कहा गया है कि हीटवेव के दौरान मजदूर, रेहड़ी पटरी वाले, सुरक्षा गार्ड जैसे धूप में कार्यरत लोगों को विशेष सतर्क रहने की आवश्यकता है। इसके लिए स्थानीय प्रशासन को इन वर्गों को जागरूक करने और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
केंद्र ने निर्देश दिया है कि हर अस्पताल में हीट स्ट्रोक रूम और ओआरएस कॉर्नर होना चाहिए। इसके अलावा, इंटीग्रेटेड हेल्थ इन्फॉर्मेशन प्लेटफॉर्म (IHIP) के माध्यम से हीटवेव से जुड़ी बीमारियों की निगरानी करने को भी जरूरी बताया गया है।
स्वास्थ्य सचिव ने यह भी स्पष्ट किया है कि अस्पतालों की अग्नि और विद्युत सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इसके लिए संबंधित सरकारी विभागों से सहयोग लेकर अस्पतालों में व्यापक मॉक ड्रिल कराई जाए। साथ ही, हीटवेव के दौरान अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए सभी आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध रहनी चाहिए।
मौसम विभाग ने दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित 12 राज्यों में हीटवेव की चेतावनी जारी की है। राजस्थान के दो जिलों में यलो अलर्ट और मध्य प्रदेश के 21 जिलों में लू चलने की संभावना जताई गई है। कई स्थानों पर तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री अधिक रहने की आशंका है।
भीषण गर्मी से बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस बार व्यापक स्तर पर सतर्कता और तैयारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया है।