पटरी पर लौट रही मणिपुर की जिंदगी, 11जिलों में कर्फ्यू में ढील

मणिपुर : मणिपुर की कमान संभालते ही डॉ. विनीत जोशी ने स्थिति नियंत्रित होती जा रही है। मणिपुर में इंटरनेट सेवा बंद कर पटरी पर लाने की कवायद की जा रही है। इसमें प्रशासनिक और सरकारी अधिकारी स्तर का प्रयास तेजी से हो रहा है। मोबाइल इंटरनेट सेवा को मणिपुर के प्रभावित स्थानों पर 13 मई तक के लिये बंद कर दिया गया है। इम्फाल पश्चिम और चुराचांदपुर समेत कुल 11 जिलों में सुबह छह घंटे की ढील भी दी गयी है। लोग घरों से निकलकर खरीददारी कर रहे है। बताया गया कि 10 मई को अचानक से सेवा राइफल्स पर फायरिंग की घटना के बाद फिर से सतर्कता बढ़ा दी गयी है। पूर्वी इम्फाल जिले के दोलाईथाबी गोलीबारी की गयी थी। तब सुरक्षाकर्मी इलाके में गश्त कर रहे थे। फायरिंग की घटना में असम राइफल्स के जवान घायल हो गया था जिसे सेना के एक हेलीकॉप्टर से सुरक्षित सैन्य अस्पताल ले जाया गया है। जहां जवान का इलाज चल रहा है। मणिपुर की घटना के बाद 24 घंटे हवाई निगरानी की जा रही है। इसके लिये ड्रोन और हेलीकॉप्टर लगाये गये हैं। इस बीच फ्लैग मार्च भी समय-समय पर किया जा रहा है। इसके लिये करीब 150 टुकड़ियों को लगाया गया है। सेना न केवल भीतरी इलाकों में, बल्कि भारत-म्यांमार सीमा पर भी संकटग्रस्त क्षेत्रों की निगरानी कर रहे हैं। मणिपुर का माहौल 3 मई से ही बिगड़ा हुआ है।ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर (एटीएसयूएम) की ओर से अनुसूचित जनजाति वर्ग में मइती समुदाय को शामिल करने की मांग का विरोध करने को लेकर मामला बिगड़ गया था। हिंसा में 60 से ज्यादा लोग मारे गये हैं और 1500 से ज्यादा घर भी जलाये गये हैं।

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