नई दिल्ली : कांग्रेस अपने वोट बैंक को बढ़ाने के लिए “नेहरू बाल मंच” के माध्यम से देश की आजादी के समय नेहरू और कांग्रेस के योगदान के बारे में बच्चों में जागरूकता बढ़ाने का काम शुरू कर रही है। मोदी सरकार इतिहास की पाठ्यपुस्तकों के पन्नों से कई इतिहास मिटा रही है। आरोप है कि वे देश के निर्माण में नेहरू की भूमिका को भुला देना चाहतें हैं। इसलिए कांग्रेस ने देश की आजादी में कांग्रेस के योगदान, गांधी-नेहरू परिवार की भूमिका, लोकतांत्रिक भारत की विशेषताएं, संविधान, समाज आदि के बारे में स्कूल जाने वाले छात्रों को जागरूक करने की पहल शुरू कर रही है। कांग्रेस आलाकमान ने 7-18 साल के बच्चों में जागरूकता बढ़ाने के लिए उनके अपने संगठन ‘नेहरू बाल मंच’ को फिर से सक्रिय करने का निर्देश दिया है | हाल ही में ‘नेहरू बाल मंच’ को एआईसीसी की छत्रछाया में लाया गया है। इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे इस नेहरू मंच के साथ-साथ युवा और महिला कांग्रेस विंग को भी मजबूत करना चाहते हैं | इस मंच के माध्यम से सीधे राजनीतिक शिक्षा दिए बिना युवाओं को देशभक्ति, कांग्रेस के इतिहास, भारत की विरासत की जानकारी दी जाएगी। लेकिन यह कहने की जरूरत नहीं है कि असली मकसद संभावित मतदाताओं को कांग्रेस में दिलचस्पी दिलाना है |
एआईसीसी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष के निर्देश पर संगठन के महासचिव के सी वेणुगोपाल और पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व लोकसभा के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सभी राज्यों के शीर्ष नेतृत्व को इस बारें में पत्र लिखा है | कहा गया है कि प्रदेश कांग्रेस के सचिवों में से किसी एक विशिष्ट व्यक्ति को इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी जाए, जो इस नेहरू मंच के माध्यम से बच्चों को ऐसी शिक्षा देने की पहल करे | एक अंतराल पर राज्य में चल रहे इस तरह के शैक्षणिक कार्य की रिपोर्ट भी नियमित पार्टी मुख्यालय दिल्ली स्थित कांग्रेस हाईकमान को भेजनी होगी। न केवल वयस्कों में बल्कि महिलाओं और स्कूली छात्रों में भी कांग्रेस के प्रति रुचि बढ़ाने की दिशा में सदियों पुरानी पार्टी जमीनी स्तर पर काम करना शुरू कर रही है।