नई दिल्ली : अगले साल लोकसभा चुनाव, उसी की तैयारी में बंगाल में प्रदेश भाजपा में अहम संगठनात्मक बदलाव होने जा रही है | पंचायत चुनाव पर बंगाल भाजपा की ओर से दी गई रिपोर्ट और संघ परिवार की अपने रिपोर्ट में बड़ा अंतर है | संघ की ओर से दी गई रिपोर्ट के मुताबिक, अगर इस समय राज्य में चुनाव होते हैं तो गेरुआ शिबिर को 4 से 5 सीटें मिलने की संभावना है। पिछली बार की तुलना में 13 से 14 सीटें कम हो जाएगी | संघ की रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर लोकसभा चुनाव से पहले संगठन पर ध्यान नहीं दिया गया तो पार्टी के नतीजे पिछली बार के आसपास भी नहीं होंगे | इसके बाद केंद्रीय नेतृत्व ने बंगाल नेतृत्व को तलब किया | पार्टी के शीर्ष नेतृत्व सूत्रों से मिली खबर के अनुसार, इस मसले पर कवायद शुरू हो चुकी है | दिल्ली में बंगाल भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की एक आपात बैठक में इस पर और बंगाल के चुनाव- बाद परिस्थिति पर गंभीर चर्चा हुई | चुनाव में बंगाल की जनता का दिल जीतने के लिए केंद्रीय नेतृत्व को राज्य संगठन के शीर्ष स्तर पर फेरबदल जैसे कठिन फैसले लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। और दिल्ली का फैसला सभी को मानना होगा | ऐसा अमित शाह, जेपी नड्डा और बीएल संतोष ने बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी और सांसद वह पार्टी के उपाध्यक्ष दिलीप घोष को बता दी गई। पार्टी के कुछ नेताओं के मुताबिक, "संघ परिवार-बंगाल भाजपा की इस 'समन्वित बैठक' को बिल्कुल सामान्य बैठक है"| दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित भाजपा के नए कार्यालय में संघ की समन्वय बैठक में बंगाल भाजपा के प्रतिनिधि मौजूद थे। बीएल संतोष के अलावा एसोसिएशन के अन्य शीर्ष पदाधिकारी भी वहां मौजूद थे | भोजन अवकाश के बाद से यह बैठक रात 8:00 बजे तक चली और उसके बाद रात करीब 9 बजे गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर गए और और वहां काफी देर रात तक बैठक चली | हालांकि पूरे मामले को पार्टी और संगठन ने गुप्त रखा है | हाल ही में बंगाल के गांव गांव में जाकर पंचायत चुनाव के नतीजों की समीक्षा करते समय बंगाल भाजपा नेताओं ने एक-दूसरे की पीठ थपथपाई। केंद्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट भेजी गई कि इस बार 2018 की तुलना में दोगुनी सीटें मिलेगी | शुरुआत में दिल्ली के नेताओं ने खूब तालियां बजाईं, लेकिन जब अमित शाह, जेपी नड्डा को संघ की अपने रिपोर्ट मिला तो सब चौक गया. इस बार संघ परिवार बंगाल के पंचायत चुनाव में बिल्कुल पसीना नहीं बहाया | संघ की चुप्पी साधने से प्रदेश भाजपा की क्या स्थिति हो सकती है, यह पंचायत चुनाव ने साबित कर दिया है। संघ के तैयार की गई रिपोर्ट के बाद केंद्रीय नेतृत्व हिल गया | सबसे पहले शुभेंदु, सुकांत, दिलीप घोष और अमिताभ चक्रवर्ती ने संघ पदाधिकारियों के साथ समन्वय बैठक की | बंगाल नेतृत्व को संगठन में खामियों को भरने के लिए राज्य संघ नेतृत्व के साथ लगातार बैठक करने का निर्देश दिया गया। निचले स्तर पर कार्यकर्ताओं के साथ कर्मचारी समन्वय बैठकों की संख्या बढ़ाने की सुझाव दिया गया है। सूत्र से मिली खबर के अनुसार, देश रात तक चली गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक में राज्य की कानून-व्यवस्था के साथ-साथ संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा हुई | यहीं पर शाह ने संगठन के शीर्ष स्तर पर बदलाव का संकेत दिया दीया है। सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्री ने शुभेंदु, सुकांत से कहा कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उन्हें कड़े फैसले लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है |