गांधीजी की तरह, तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ने दिल्ली आंदोलन के लिए तैयारी की: ‘करो या मारो’

नई दिल्ली : ‘करो या मरो’ अभिषेक ने तय की अगले दो दिनों के लिए दिल्ली में आंदोलन की रणनीति | बकाया वसूली के लिए बंगाल की जनता के साथ दिल्ली की सड़कों पर बड़ा आंदोलन कर रही है तृणमूल. जैसे-जैसे वह दिन नजदीक आता गया, आंदोलनकारियों के सामने एक के बाद एक बाधाएं आती गईं। उन सीढ़ियों को पार कर हजारों-लाखों वंचित मजदूर-किसान दिल्ली में एकत्र हुए। और उनका नेतृत्व तृणमूल की पहली पंक्ति के नेता और मंत्री कर रहे हैं। सबसे आगे हैं पार्टी के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी | ऐसे में उन्होंने दिल्ली में लोधी रोड स्थित सांसद सौगात राय के घर पर हुई  पार्टी बैठक में अपना निर्देश दिया कि अगले 2 दिनों तक दिल्ली में आंदोलन किस दिशा में होगा | रविवार रात तक पार्टी सांसद सौगत रॉय के आवास पर अभिषेक के नेतृत्व में तृणमूल की विधायक, सांसद और नेताओं का बैठक हुई, वहीं अंतिम निर्णय लिया गया है | सूत्रों के मुताबिक, कार्यक्रम बाधित होने पर उसे रोका जाना चाहिए, तृणमूल ने महात्मा गांधी की तरह ‘करो या मरो’ की नीति अपनाएंगे | 

सूत्रों के मुताबिक, रविवार की बैठक में पार्टी के सभी सांसद, विधायक, मंत्री मौजूद थे, सभी की राय ले ली गई है | आवास योजना से मिलने वाली पैसा बंद हो जाने और 100 दिन का मनरेगा के तहत कार्य का पैसा न मिलने को लेकर कई बार आंदोलन हो चुके हैं। इस बारे में केंद्र को कोई बार पत्र भेजा गया है | अभिषेक ने कहा, ”मुझे राज्य के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने शिकायत की मुझे 100 दिनों के काम के लिए पैसा चाहिए। बहुत से लोगों को यह नहीं पता था कि 100 दिन के काम का पैसा केंद्र देता है, राज्य नहीं | मैंने उन्हें समझाया, लेकिन इसे हमारी विफलता कहें या सीमा, हमारे विधायक या पंचायत सदस्य इसे स्पष्ट नहीं कर सके। हम समझाने में असफल रहे और बीजेपी गुमराह करने में सफल रही”| 

इसके बाद उन्होंने दिल्ली में आंदोलन का शंखनाद करते हुए ‘करो या मरो’ की बात कही | अभिषेक के शब्दों में, ”मैं हिंसा, शारीरिक ताकत दिखाने नहीं आया हूं, मैं बात करने आया था | पहले भी कहा था भ्रष्टाचार अगर है तो उसका उपाय निकालो, लेकिन 20 लोगों के लिए हर किसी का पैसा नहीं रोका जा सकता | गिरिराज सिंह जी से पहले कभी मुलाकात नहीं हुई थी | इस बार मैं यूं ही मिलने नहीं आया, मैं करो या मरो की मानसिकता के साथ विरोध करने आया हूं”|  पार्टी के अखिल भारतीय महासचिव अपने आंदोलन को सिर्फ राजघाट पर धरना देने या अगले दो दिनों में केंद्रीय मंत्री से मुलाकात तक सीमित नहीं रखना चाहते | अपना हक मांगने के लिए दिल्ली आए लोगों के लिए पार्टी प्रतिनिधियों को उनका संदेश, “उनकी दिल्ली में घुमा घुमाकर दिखा देना कि मोदी सरकार ने कैसे आपका पैसा रोककर और 1500 करोड़ खर्च करके सेंट्रल विस्टा बनाया है”| अभिषेक ने लंबी बस यात्रा कर दिल्ली आए लोगों का अभिवादन किया | पार्टी के अखिल भारतीय महासचिव सोमवार को दोपहर 1.30 बजे से 2 घंटे के धरने के बाद राजघाट पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे | उसके बाद पार्टी के जन प्रतिनिधियों के

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