राहुल गांधी ने अपनी पार्टी के तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं को सख्त हिदायत दी है कि वे उनकी महात्मा गांधी से तुलना न करें क्योंकि गांधीजी का देश के लिए योगदान अतुलनीय है। साथ ही उन्होंने नेताओं को यह भी कहा है कि वे बार-बार नेहरू, इंदिरा और राजीव गांधी के देश के योगदान को न दोहराएं और यह बताएं कि हम खुद जनता के लिए क्या कर सकते हैं।
‘भारत जोड़ो यात्रा’ के जयपुर पहुंचने पर शुक्रवार शाम राहुल गांधी ने पार्टी के नेताओं को तीन मुख्य बिंदुओं पर कड़ा संदेश दिया – ‘महात्मा गांधी से मेरी तुलना मत कीजिए। मेरा नाम भी उनके साथ मत लीजिए और कोई तुलना नहीं होनी चाहिए। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया।’
राहुल गांधी ने इस अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को सलाह दी कि पार्टी के अतीत पर ध्यान देना छोड़ दें। राहुल ने कहा – ‘दूसरी बात जो मैं कहना चाहता हूं वह थोड़ी कठिन है। देखें कि राजीव गांधी ने देश के लिए क्या किया, इंदिरा गांधी ने क्या किया कि वे देश के लिए शहीद हो गए आदि। उन्होंने देश के लिए बहुत अच्छा किया।’
उन्होंने कहा – ‘लेकिन कांग्रेस के लोगों को हर बैठक में इसका जिक्र नहीं करना चाहिए। राजीव गांधी, इंदिरा गांधी, सरदार पटेल, गांधीजी, जवाहरलाल नेहरू ने देश के लिए जो किया वह अब हो गया है। हमें अतीत में नहीं ठहरना है ! वर्तमान को समझना है और देश का भविष्य संवारना है।’
कांग्रेस नेता ने पार्टी नेताओं को तीसरी सलाह में कहा – ‘कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अब इस बारे में बात करनी चाहिए कि वे लोगों के लिए क्या कर सकते हैं और यह अधिक महत्वपूर्ण है। मेरे दिमाग में जो भी विचार आते हैं, मैं खुद को व्यक्त करता हूं। मुझे खेद है (ऐसा कहने के लिए) लेकिन जरूरी है हम वर्तमान पर ध्यान दें।’
राहुल गांधी ने इस मौके पर भाजपा सरकार पर गलत जीएसटी, विमुद्रीकरण आदि के लिए हमला किया। राहुल गांधी ने कहा – ‘भारत की आधी संपत्ति 100 लोगों के हाथों में है। और इन 100 लोगों के लिए देश चलाया जा रहा है। इन 100 लोगों में से 4 से 5 ऐसे हैं जिन्हें राजा कहा जा सकता है, क्योंकि हर संस्थान उनके लिए काम करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके लिए काम करते हैं।’