*पारडीह काली मंदिर महंत विवाद मामले में विद्यानंद सरस्वती ने टोल कर्मी के विरुद्ध दर्ज कराई प्राथमिकी
झारखंड :चांडिल थाना क्षेत्र अंतर्गत पाटा डाउन टोल प्लाजा में गुरुवार शाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पारडीह काली मंदिर के महंत विद्यानंद सरस्वती,उनके समर्थकों और टोल प्लाजा कर्मी के बीच टोल को लेकर विवाद हो गया। इसको लेकर कुछ पोर्टल चलाने वाले समाचार कर्मियों ने महंत विद्यानंद सरस्वती को भगवा आतंकवादी की संज्ञा से नमाज दिया है। यह सब अपने पोर्टल का टीआरपी बढ़ाने के लिए किया गया। जिन्हें महंत और आतंकवादी का ज्ञान नहीं, वे उपाधि बांटते पर लग गए हैं। इससे जूना अखाड़ा के साधु-संतों सहित भक्तों में काफी रोष व्याप्त है। वही महंत विद्यानंद सरस्वती की ओर से टोल प्लाजा कर्मियों के विरुद्ध चांडिल थाना में विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है।
इस संबंध में चांडिल थाना प्रभारी अजीत कुमार ने बताया है कि महंत विद्यानंद सरस्वती ने टोल कर्मी के खिलाफ लिखित शिकायत की है। जिसमें मारपीट, बदतमीजी, पगड़ी उतारने संबंधित शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि महंत विद्यानंद सरस्वती समर्थकों द्वारा मारपीट और तोड़फोड़ किए जाने की शिकायत भी टोल प्रबंधन एनएचएआई से प्राप्त हुई है। एनएचएआई के अधिकारी अनुराग चौहान विवाद में क्षतिग्रस्त हुए संपत्ति का आकलन कर रहे हैं । जिसके बाद उनके द्वारा भी मामले की शिकायत की जाएगी।
जानिए क्या हुआ था गुरुवार की शाम टोल के पास….
गुरुवार शाम तकरीबन 5 बजे पारडीह काली मंदिर के महंत विद्यानंद सरस्वती अपने शिष्य इंदिरा नंद सरस्वती के साथ नए और बिना नंबर प्लेट सफेद रंग की मारुति ब्रेजा कार में सवार होकर साधु बाबा मठिया से वापस फदलुगोडा काली मंदिर जा रहे थे। इस बीच नए बिना नंबर प्लेट के कार को टोल कर्मियों द्वारा टोल वसूली के लिए रोका गया। जिसमें महंत इंदिरा नंद सरस्वती के साथ टोल कर्मियों की बहस शुरू हुई। जिसके बाद महंत इंदिरा नंद सरस्वती ने टोल कर्मियों पर मारपीट और दुर्व्यवहार का आरोप लगाया। घटना के बाद महंत के समर्थक बड़ी संख्या में पाटा डाउन टोल प्लाजा पहुंचे और जमकर विरोध किया। बाद में मामले की जानकारी चांडिल पुलिस और एसडीपीओ संजय सिंह को हुई। वहीं विधायक सविता महतो सहित शहर के अनेक गणमान्य लोग भी पहुंच गए।मौके पर पहुंचे एसडीपीओ ने उग्र समर्थकों को समझा-बुझाकर वापस भेजा था तब स्थिति नियंत्रण में हुई थीं।
महंत और टोल कर्मियों का वीडियो हो रहा है वायरल
टोल प्लाजा पर खड़े कार के पास महंत के समर्थक और टोल कर्मियों के बीच का विभिन्न एंगल से लिया गया वीडियो वायरल हो रहा है। साथ ही मंहत के समर्थकों द्वारा तोड़ फोड़ करने का वीडियो को आधार बनाकर कुछ पोर्टल के संचालकों द्वारा महंत को गुंडा बताया जा रहा है ।कुछ ने महंत को भगवा आतंकवादी की उपाधि से नवाजे रहे हैं । जिसके मन में जो आ रहा है। वे जांच से पहले ही अपने समाचार में फैसला सुनाते जा रहे हैं। इससे लेकर हिंदू समाज, जूना अखाड़ा और जूना अखाड़ा के भक्तों में काफी रोष व्याप्त है। संभावना व्यक्त की जा रही कि किसी साजिश के तहत जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष को और हिंदू समाज को बदनाम करने के लिए मनगढ़ंत समाचार को फैलाया जा रहा है। जो भविष्य में विधि व्यवस्था की समस्या खड़ी कर सकती है। महंत के सात टोल प्लाजा पर मौजूद भक्तों ने बताया कि जिस समय उनकी कार टोल प्लाजा पर पहुंची तो कार चालक ने टोल कर्मी को बताया कि महंत जी उनके साथ हैं। वे अक्सर इस क्षेत्र से आते जाते हैं और उनका टोल टैक्स नहीं लगता है। इतनी छूट तो साधु संतों को मिली हुई है। इससे टोल कर्मी नाराज हो गया और अशब्दों का प्रयोग करने लगा। जिससे विवाद बढ़ा और मामला हाथापाई तक पहुंच गया।