जेएसपीएस प्रबंधन पर लगा लापरवाही का आरोप, दो वार्डन के साथ शव को भेजा गया पैतृक गांव लोहरदगा
झारखंड:खेलगांव रांची में स्थित झारखंड स्टेट्स स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी की प्रशिक्षु कैडेट अंजलि उरांव नहीं रही। रविवार को अचानक अंजलि उरांव की तबीयत बहुत खराब हो गयी। अचानक उसे उल्टी होने लगा, जिसके बाद अंजली को जेएसपीएस प्रबंधन द्वारा केंद्रीय अस्पताल गांधीनगर में लाया गया। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। अंजलि की मौत के बाद उसके साथियों सहित अन्य खिलाड़ी विरोध स्वरुप सड़क पर उतर आए। वे हाथ में लाठी डंडा से लैस थे। उन्होंने झारखंड स्टेट्स स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया। कुछ खिलाड़ियों ने प्रबंधन पर शोषण करने का भी आरोप लगाते हुए देर रात हंगामा करते रहे। जिसे जिला प्रशासन ने पुलिस के सहयोग से शांत कराया। इसके लिए पुलिस को हल्की बल का प्रयोग भी करना पड़ा।
अंजलि उरांव झारखंड के लोहरदगा जिले की रहने वाली थी। जेएसपीएस 2018-19 के सत्र में खेल प्रशिक्षण के लिए इनका चयन हुआ था।
जेएसएसपीएस खिलाड़ियों के उच्च स्तर के प्रशिक्षण के लिए सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड और राज्य सरकार का संयुक्त प्रयास है। इस पहल के अंतर्गत नवोदित खिलाड़ियों को नि:शुल्क आवासीय प्रशिक्षण दिया जाता है।
सड़क पर उतरे खिलाड़ी
दुसरी ओर राजधानी राँची में खिलाड़ी अंजलि उरांव की मौत के बाद जेएसएसपीएस के अन्य खिलाड़ियों ने रविवार रात जमकर हंगामा किया।खेल गांव परिसर में रह रहे झारखण्ड राज्य खेल प्रोत्साहन सोसाइटी (जेएसएसपीएस) के करीब सैकड़ों खिलाड़ी अचानक सड़क पर उतर गए और अंजलि उरांव की मौत को लेकर प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का आरोप है कि प्रबंधन की लापरवाही की वजह से अंजली की मौत हुई है।उन्होंने कहा कि पहले तो लापरवाही की वजह से अंजलि की मौत हुई।दूसरी तरफ हॉस्टल प्रबंधन यह आरोप लगा रहा है कि लड़की गर्भवती थी। जेएसएसपीएस के खिलाड़ियों ने पहले राजधानी राँची के बूटी मोड़ और बढ़गाईं चौक पर प्रदर्शन किया।इसके बाद सभी आक्रोशित छात्र रिम्स परिसर पहुंच गए।रिम्स परिसर के पुराने इमरजेंसी के पास भी उन्होंने करीब तीन घंटे तक प्रदर्शन किया और यह मांग की कि अंजलि की मौत की न्यायिक जांच की जाए। साथ ही मृतक पर जो आरोप लगाए गए हैं, प्रबंधन उसका पूरी तरह से खंडन करे।हंगामा कर रहे सेकड़ों खिलाड़ियों और स्थानीय लोगों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया है।जिसमें कई खिलाड़ी को चोंटें भी आई है।
इधर खिलाड़ियों की भीड़ को देखते हुए राँची के कई थानों के प्रभारियों को रिम्स बुलाया गया।कई डीएसपी मौके पर पहुँच गए। कोतवालीजगरनाथपुर,सदर थाना,लोअर बाजार,चुटिया थाना प्रभारी को भी मौके पर बुलाया गया।वहीं सिटी डीएसपी,डीएसपी सदर सहित कई पुलिस अधिकारी देर रात तक मौके पर मौजूद रहे। देर रात छात्रों का हंगामा देख स्थानीय प्रशासन और पुलिस के जवानों ने उन्हें समझाने की पूरी कोशिश की, लेकिन छात्र अपनी जिद पर अड़े थे।
वहीं छात्रों का कहना था कि जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाता वे रिम्स परिसर से बाहर नहीं जाएंगे।हालांकि, काफी देर तक प्रशासन के द्वारा समझाने के बाद आक्रोशित छात्रों को रिम्स परिसर से वापस हॉस्टल भेज दिया गया। कई खिलाड़ियों को वापस भेजने के लिए पुलिस को हल्का बल का भी प्रयोग करना पड़ा।खिलाड़ियों ने पुलिस प्रशासन पर भी आरोप लगाया है कि प्रदर्शन के दौरान उनपर लाठीचार्ज किया गया। हालांकि, लाठीचार्ज मामले में सदर डीएसपी प्रभात कुमार ने कुछ भी कहने से मना कर दिया।
अंजलि उरांव के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद दो वार्डन के साथ शव को पैतृक गांव लोहरदगा भेज दिया गया है। यहां अंजलि का गांव में विधिवत अंतिम संस्कार किया गया।