मध्य प्रदेश : सागर में जल रही पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की श्रीमद् भागवत कथा का सातवें दिन समापन हो गया। इस मौके पर 50 परिवारों के 95 सदस्यों ने हिंदू धर्म में वापसी की। सनातन धर्म में वापस आने वाले लोगों से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बात भी की।
उन्होंने कहा कि आगे कोई बड़ा प्रलोभन मिलेगा तो क्या फिर चले जाओगे? इसके जवाब में लोगों ने कहा कि हम आपसे प्रेरित होकर सनातन धर्म में आए हैं।अब कभी वापस नहीं जाएंगे।
हिंदुओं को बिखरने नहीं दूंगा बोले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि जब तक शरीर में सांस रहेगी तब तक हिंदू को बिखरने नहीं दूंगा। इस बीच कथा में उपस्थित हजारों लोगों ने जय श्रीराम के जयकारे लगाए। उन्होंने कहा कि बारिश हो रही है। जमीन जरूर गीली है। लेकिन ज़मीर गीला नहीं होना चाहिए। जिस यज्ञ में बारिश हो जाती है, वो यज्ञ सफल हो जाता है। मैं कह रहा था कि सागर में कुछ बड़ा होने वाला है। आज कुछ परिवार सनातन धर्म में वापसी कर रहे हैं। इसमें 50 से अधिक परिवारों के 95 लोगों शामिल हैं, जो भ्रमित होकर अन्य धर्म में चले गए थे।
हजारों लोगों ने लिए कथा का आनंद
बागेश्वर धाम बाबा ने गुलाब रानी, दयाल और अन्य लोगों से बात की। उन्होंने कहा कि अब बताइये कहते हैं कि हम नफरत फैला रहे हैं या कोई हमारे भोले भाले सनातनियों को बहला रहा है। इसके बाद कथा में भागवत के प्रसंगों का सुंदर वर्णन किया और कई दृष्टांत सुनाए।