नई दिल्ली, 8 जून, 2023 : स्लीपर कोच वाली वंदे भारत एक्सप्रेस पहले नई दिल्ली-कोलकाता के बीच और बाद में नई दिल्ली-मुंबई रूट पर चलाएगी रेल मंत्रालय। रेलवे बोर्ड शुरू में इन्हीं दो रूटों को चुनना चाहता है। रेल मंत्रालय के शीर्ष सूत्रों से इस खबर का पता चला है की केंद्र की मोदी सरकार 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले स्लीपर कोच वाली बंदे भारत ट्रेन चलाने को आदेश दिया है। और अगर सब कुछ ठीक चला, रेलवे इस साल के दिसंबर से ही स्लीपर वंदे भारत ट्रेन शुरू कर चाहता है | जानकारों के मुताबिक, जाहिर है फिलहाल देश की सेमी-हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस में आम जनता काफी दिलचस्पी दिखा रहे है। इस तरह जनता के आकर्षण के बीच सरकार वंदे भारत ट्रेनों में स्लीपर को शुरू कर आम आदमी तक पहुंचने का संदेश देकर राजनीतिक लाभ उठाना चाहती है।
वर्तमान में, मंत्रालय नई दिल्ली-कोलकाता मार्ग पर लंबी दूरी की ट्रेनों की गति को अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ाने के लिए बुनियादी ढांचे का काम कर रहा है। रेलवे के शीर्ष अधिकारियों का एक वर्ग इसलिए हाई-स्पीड वंदे भारत ट्रेन के स्लीपर डिब्बा जोड़ने से पहले पटरी पर रन के लिए उपयुक्त मार्ग पर विचार विमर्श कर रहा है। वर्तमान में राजधानी एक्सप्रेस नई दिल्ली-कोलकाता या हावड़ा रूट पर सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है। संबंधित मार्ग पर यात्रा का समय 17 घंटे से थोड़ा अधिक है। अगर ट्रेन 160 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति से चलती है, तो उसे दिल्ली से कोलकाता पहुंचने में कम से कम ढाई से तीन घंटे कम लगने चाहिए। वंदे भारत ट्रेनों के मामले में रेल मंत्रालय के आला अधिकारी हिसाब लगा रहे हैं कि यह यात्रा समय कुछ और कम हो जाएगा | दिल्ली-मुंबई मार्ग से भी यात्रा के समय में कम से कम एक घंटे की कमी आने की संभावना है।
इस समय देश के जिन 18 रूटों पर वंदे भारत एक्सप्रेस चल रही है, वे सभी चेयर कार हैं | यानी 6 से 8 घंटे के सफर होता है। लेकिन इससे ज्यादा दूरी तक बंदे भारत जैसी ट्रेन को केबल चेयर कार से चलाना रेलवे के लिए संभव नहीं है। ऐसे में बंदे भारत ट्रेनों को स्लीपर से चलाने का फैसला किया गया है। रेलवे मंत्रालय सूत्रों से मिली खबर के अनुसार, आरवीएनएल ने बंदे भारत ट्रेन के डिब्बे को 100 स्लीपर क्लास के साथ बनाना शुरू कर दिया है। एक और कंपनी जल्द ही एल्युमिनियम कोच वाले 120 और स्लीपर कोच वंदे भारत ट्रेन सेट का उत्पादन शुरू करेगी। एल्युमीनियम के बने होने के कारण ये वजन में अपेक्षाकृत हल्के होंगे और अधिकतम 200 से 220 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकते हैं।