पत्थर कारोबारी कृष्णा साहा पहुंचे इडी दफ्तर, अवैध खनन मामले में पूछताछ शुरू

Published Date: 05-07-2023

रांची : 30 जून को कृष्णा साहा के खदान में हुई है दो मजदूरों की मौत, एफआइआर दर्ज साहेबगंज जिला के बरहरवा के स्टोन माइंस के कारोबारी कृष्णा साहा बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के रांची जोनल ऑफिस पहुंचे। इन्हें पिछले दिनों खदान में हुए दो लोगों की मौत के बाद इडी की तरफ से समन भेजा गया था। इडी कार्यालय में इनसे पूछताछ शुरू कर दी गयी है। एक जुलाई को ईडी ने कृष्णा साहा को समन भेजकर रांची जोनल ऑफिस में उपस्थित होने को कहा था। आठ जुलाई 2022 को ईडी की टीम ने अवैध खनन मामले में साहिबगंज के बरहड़वा में कृष्णा साहा समेत चार पत्थर व्यवसायियों ने छापेमारी की थी। इसमें अवैध खनन के दस्तावेज भी इडी के अधिकारियों को हाथ लगे थे। साहिबगंज के पतना अंचल क्षेत्र के चपांडे पहाड़ पर 30 जून की रात अवैध खनन के दौरान दो मजदूरों की मौत हो गयी थी।
इस मामले में रंगा थाना में पत्थर कारोबारी कृष्णा साहा व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। हालांकि प्राथमिकी में अवैध खनन का उल्लेख नहीं किया गया है, प्राथमिकी में मजदूरों की मौत का कारण लापरवाही से काम करने के दौरान पत्थर और मिट्टी का गिरना बताया गया है। साथ ही दुर्घटना के बाद पुलिस को सूचना दिये बिना ही शवों को हटाने का आरोप लगाया गया है. आइपीसी की धारा 304ए, 279, 120बी, 201 और 34 के तहत दर्ज प्राथमिकी में पत्थर कारोबारी कृष्णा साहा, शंभु साहा, उपेंद्र मंडल व अन्य को अभियुक्त बनाया गया है। इसमें मजदूरों की मौत पर पर्दा डालने के लिए कृष्णा साहा के इशारे पर शवों को घटनास्थल से हटाने और उनके परिजनों से बातचीत करने का उल्लेख किया गया है।
प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद पतना के अंचल अधिकारी सुमन कुमार सौरभ और जिला खनन पदाधिकारी विभूति कुमार भी घटना स्थल पहुंचे थे। अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण भी किया, खदान के अंदर 70 से 80 फीट नीचे टूटे हुए पत्थर और धंसी हुई मिट्टी मिली थी। घटना स्थल पर शव नहीं मिला था। कृष्णा साहा ने जांच दल का फोन नहीं उठाया। पूछताछ के दौरान कृष्णा साहा के क्रशर पर मौजूद इंद्रजीत पोद्दार ने दो मजदूरों की मौत की पुष्टि की। बताया जाता है कि खदान मालिक कृष्णा साहा के कहने पर ही खदान के कर्मी शंभू शाहा और मुंशी पवन मंडल ने शवों को हटाया। मामला पुलिस तक पहुंचने के बाद मिथुन पाल का शव पुलिस को दिया गया। वहीं दूसरे मजदूर शपथ मंडल के शव का अंतिम संस्कार पुलिस को सूचना दिये बगेर कर दिया गया।

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