मुठभेड़ में कोबरा बटालियन के डिप्टी कमांडेंट दीपक पांडेय हुए घायल

  • चाईबासा के गोइलकेरा थाना क्षेत्र में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी

झारखंड चाइबासा के गोईलकेरा थाना क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। कोबरा बटालियन के डिप्टी कमांडेट दीपक कुमार तिवारी इस मुठभेड़ में घायल हो गये। डिप्टी कमांडेट के बांयी बांह में गोली लगी है। इसके बाद इन्हें हेलिकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया। रांची के मेदिका अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा है। दीपक हेलिकॉप्टर से पैदल एंबुलेंस तक खुद चल कर गए और मीडिया को विक्ट्री साइन भी दिखाया, मुस्कुराते हुए खुद एंबुलेंस में चढ़े भी।
चाईबासा के जिला मुख्यालय से 120 किलोमीटर की दूरी पर नक्सलियों ने पुलिस टीम पर उस समय गोलियां चलायी, जब के सर्च आपरेशन में जा रहे थे। जवाबी फायरिंग में पंचालाताबुरू जंगल में पुलिस ने भी नक्सलियों पर गोलियां चलायी। घटना सुबह 11 बज कर 30 मिनट पर घटी। इसके बाद सर्च आपरेशन तेज कर दिया गया है। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस की टीम जंगल के मार्ग से होते हुए पंचालाताबुरू जा रही थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि यहां पर नक्सलियों के बड़े पोस्ट होल्डर्स जुटे हैं। पुलिस को देखते ही नक्सलियों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी थी। चाईबासा एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि पंचालाताबुरू में सघन अभियान जारी है। यहां पर नक्सली संगठन के बड़े नेता जुटे हुए हैं, जिसमें मिसिर बेसरा और अनल शामिल हैं। घने जंगल को देखते हुए ये पोड़ाहाट जंगल की तरफ भाग गये हैं। नक्सली कोल्हान प्रमंडल के जंगलों में अभी भी कैंप कर रहे हैं, जिसके खिलाफ पुलिस का अभियान इस वर्ष 2023 से जारी है।
नक्सलियों ने पोड़ाहाट, सारंडा था कई जंगलों में भारी मात्रा में इंटर एक्सप्लोशिव डिवाइस स्थापित किये हैं। अब तक 18 अर्ध सैन्य बलों के जवान पुलिस के अभियान में घायल हुए हैं, जो आइइडी के विस्फोट से घटी है। इस दौरान एक दर्जन से अधिक बेकसूर ग्रामीणों की भी मौत हो चुकी है। राज्य के चाईबासा में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस अभियान चला रही है। इसमें उग्रवादियों को उनके गढ़ से भगाने की तैयारी चल रही है। इसी सिलसिले में झारखंड पुलिस, केंद्रीय अर्ध सैन्य बल के जवान, कोबरा बटालियन और अन्य पुलिस बलों की संयुक्त टीम नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रही है। कांबैट आपरेशन भी चलाये जा रहे हैं। नक्सलियों को पलामू, लातेहार, चाईबासा, चतरा, गुमला, सिमडेगा, लोहरदगा तथा अन्य जगहों से खदेड़ने के लिए व्यापक योजना सरकार ने बनायी है।

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