बेंगलुरु : विपक्ष आज 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति और गठबंधन के लिए आगे दो दिन तक बेंगलुरु में मंथन करेगा। आज की बैठक में एनसीपी के नेता शरद पवार और उनकी बेटी सुप्रिया सुले किसी कारण से शामिल नहीं होंगे, अलबत्ता वे कल की बैठक में शामिल रहेंगे। पटना की पिछले बैठक में 15 राजनीतिक दल शामिल हुए थे लेकिन इस बार 24 दल विपक्ष की बैठक में आ रहे हैं। खास बात यह है कि आज की बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल होंगी और वे आज सभी नेताओं को डिनर देंगी।
आज की बैठक में विपक्षी दल आने वाले मानसून सत्र के मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे ताकि मोदी सरकार को घेरा जा सके। दो दिन की इस बैठक विपक्षी गठबंधन के लिए एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम और संचार बिंदुओं का मसौदा तैयार करने के लिए एक उपसमिति गठित करने का प्रस्ताव है। विपक्ष दलों के एक साझा घोषणापत्र जारी करने को लेकर चर्चा करने और अधिकांश लोकसभा सीट पर साझा विपक्षी उम्मीदवारों को खड़ा करने के अपने प्रस्ताव पर आगे बढ़ने की संभावना है।
बैठक से पहले कांग्रेस ने साफ़ किया कि वह संसद में दिल्ली में सेवाओं के नियंत्रण पर केंद्र के अध्यादेश का विरोध करेगी। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने भी बैठक में शामिल होने की घोषणा कर दी। बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी के भी शामिल होने की संभावना है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी, टीएमसी प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री एवं जदयू) नेता नीतीश कुमार, द्रमुक नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी बैठक में शामिल हो सकते हैं।
याद रहे कल (मंगलवार) को एनडीए की भी बैठक हो रही है। विपक्ष की यह बैठक शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में विभाजन और पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में व्यापक पैमाने पर हुई हिंसा के बीच हो रही है, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई। बंगाल में हुई चुनावी हिंसा को लेकर कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई और वाम दलों ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की आलोचना की है।