झारखंड : मिचौंग चक्रवात ने झारखंड राज्य के सभी जिलों, विशेषकर पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां के क्षेत्रों में तबाही मचा दी है। इस तबाही में खासकर धान के क्षेत्र में काफी हानि हो रही है। बारिश के चलते धान की फसल लगातार हो रही बर्बादी का सामना कर रही है, जिसके कारण कई किसानों को अपनी कटी हुई फसल घर तक लाने में मुश्किल हो रही है।
पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित घाटशिला अनुमंडल के चाकुलिया और बहरागोड़ा में किसानों को भारी क्षति हुई है।यह क्षेत्र चावल उत्पादन में अव्वल माना जाता है।
इसी तरह राजनगर प्रखंड के ग्राम बिक्रमपुर के किसान विशाल मुर्मू ने बताया कि इस साल की धान की फसल अच्छी थी, लेकिन बारिश के अधिक होने से पानी भरने से फसल में नुकसान हो रहा है। अब तक के मौसम की स्थिति के कारण फसल को खेत से निकालना भी मुश्किल हो रहा है, जिससे किसानों को और भी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।यह एक या दो जिलों की बात नहीं है बल्कि पूरे प्रदेश में अधिक बारिश से धान के फसलों को काफी क्षति हुई है।
इस चुनौतीपूर्ण समय में, स्थानीय किसानों ने सरकार से इस अवस्था में सहायता प्राप्त करने के लिए निवेदन किया है। किसानों का कहना है कि इस मुश्किल समय में सरकार से आर्थिक सहायता मिलने से वे अपने खोए हुए नुकसान को कुछ हद तक पूरा कर सकेंगे।
झारखंड सरकार से निवेदन है कि वह इस स्थिति का संवेदनशीलता से सामना करें और धान के क्षेत्र में हुए नुकसान को मिटाने के लिए उचित कदम उठाएं।