नई दिल्ली : अंबाला-चंडीगढ़ और पंजाब के सफर को और आसान बनाने के लिए एक नए बाईपास का निर्माण किया जा रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि वाई के आकार में बनने वाला यह बाईपास जीरकपुर के जाम से लाेगों को निजात दिलाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इस बाईपास के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है।
डेढ़ माह के भीतर इस पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इससे पहले एनएचएआई ने जमीन अधिग्रहण का कार्य पूरा कर लिया है। अब केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के निर्देशानुसार इस सड़क को बेहतर बनाने का प्रयास एनएचएआई करेगा।
अंबाला-चंडीगढ़ बाईपास को पंजाब से जोड़ने वाले इस मार्ग की कुल लंबाई 33 किलोमीटर की रहेगी, जिसमें तीन किलोमीटर का हिस्सा अंबाला में रहेगा और बाकी हिस्सा पंजाब में रहेगा। यह बाईपास अंबाला के देवीनगर से शुरू होकर डेराबस्सी से होते हुए एयरपोर्ट चौक को पास करेगा। इसका दूसरा हिस्सा लालडू की तरफ जाएगा।
अभी तक डेराबस्सी जीरकपुर होते हुए अंबाला या अन्य जिलों के लोगों को चंडीगढ़ जाना पड़ता है। एनएचएआई को उम्मीद है कि यह नया बाईपास काफी हद तक चंडीगढ़ मार्ग पर जाम से मुक्ति दिलाएगा। यह मार्ग अंबाला और चंडीगढ़ ही नहीं, बल्कि दिल्ली से आने वाले लाेगों को भी बिना जाम और कम समय में पंजाब तक पहुंचाएगा।
रोजाना गुजरते हैं 70 हजार वाहन
यह राजमार्ग इतना व्यस्त है कि रोजाना 70 हजार वाहन इस पर से गुजरते हैं। अगर वीकेंड या कोई त्योहार हो तो यह संख्या बढ़कर एक लाख तक पहुंच जाती है। यही कारण है कि दिनों दिन इस रूट पर बढ़ता यातायात चिंता का विषय बना हुआ है। इसी कारण से राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इस बाईपास के लिए योजना तैयार की है।
नए बाईपास संबंधी प्रोजेक्ट का टेंडर जारी कर दिया गया है। भूमि अधिग्रहण का कार्य भी पूरा हो गया है। अब लगभग डेढ़ माह में इस प्रोजेक्ट के निर्माण का कार्य शुरू कराया जाएगा। -भवनेश गुप्ता, प्राजेक्ट इंचार्ज, एनएचएआई, चंडीगढ़