भारत निर्वाचन आयोग ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ‘Myth Vs Reality Register’ किया लॉन्च

*एक क्लिक पर मिलेगी विश्वसनीय और प्रमाणित चुनाव संबंधी जानकारियां

यमुनानगर ,6 अप्रैल-उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि लोकसभा आम चुनावों के दौरान गलत सूचना के प्रचार-प्रसार से निपटने और चुनावी प्रक्रिया की गरिमा व अखंडता को बनाए रखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) की ओर से मिथ और रियलिटी पर आधारित ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ‘Myth Vs Reality Register’ लॉन्च किया है। यह एक वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म है, जो भारत निर्वाचन आयोग की आधिकारिक वेबसाइट mythvsreality.eci.gov.in/ पर जनता के लिए उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि यह पहल चुनावी प्रक्रिया को गलत सूचना से बचाने के लिए ईसीआई के चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। विश्व स्तर पर कई लोकतांत्रिक देशों में गलत सूचना और झूठी कहानियों के प्रसार के बढ़ती चिंता को देखते हुए भारत निर्वाचन आयोग का यह प्रयास है कि मतदाताओं को पूरी चुनावी प्रक्रिया के दौरान सटीक, प्रमाणित और सत्यापित जानकारी मिले।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि ‘Myth Vs Reality Register’ चुनाव अवधि के दौरान प्रसारित मिथक जानकारियां और झूठी खबरों को दूर करने के लिए तथ्यात्मक जानकारी के एक व्यापक भंडार के रूप में कार्य करेगा। इसे उपयोगकर्ता के अनुकूल प्रारूप में डिजाइन किया गया है, जो व्यापक रूप से ईवीएम/वीवीपीएटी, मतदाता सूची/मतदाता सेवाओं, चुनावों के संचालन और अन्य विषयों से संबंधित मिथक जानकारियों और गलत सूचनाओं के क्षेत्रों को कवर करता है। यह रजिस्टर पहले से ही उजागर चुनाव संबंधी फर्जी जानकारी, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित होने वाले संभावित मिथक जानकारियों, महत्वपूर्ण विषयों पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और सभी हितधारकों के लिए विभिन्न अनुभागों के तहत संदर्भ सामग्री प्रदान करता है। रजिस्टर को नियमित आधार पर अपडेट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी हितधारकों को किसी भी चैनल के माध्यम से प्राप्त किसी भी संदिग्ध जानकारी को ”Myth Vs Reality Register’ में दी गई जानकारी से सत्यापित और पुष्टि करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। प्लेटफॉर्म का उपयोग जानकारी को सत्यापित करने, गलत सूचना के प्रसार को रोकने, मिथक जानकारियों को दूर करने और लोकसभा आम चुनाव 2024 के दौरान प्रमुख मुद्दों के बारे में सूचित करने के लिए किया जाएगा। उपयोगकर्ता रजिस्टर से विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी जानकारी साझा कर सकते हैं।
सूचना प्रौद्योगिकी के दौर में हाईटेक हुआ भारत निर्वाचन आयोग-जिला निर्वाचन अधिकारी
भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं, प्रत्याशियों व पोलिंग अधिकारियों की सुविधा के लिए लांच किए उपयोगी एप
उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के दौर में भारत निर्वाचन आयोग भी हाईटेक हो गया है। उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग की ओर से देश में होने वाले 18वें लोकसभा आम चुनाव के दृष्टिगत मतदाताओं, राजनीतिक पार्टियों व चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की सुविधा के लिए विभिन्न प्रकार के मोबाइल एप लांच किए हुए हैं। इन एप के माध्यम से कोई भी चुनाव प्रक्रिया से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के साथ-साथ अपनी समस्या का निवारण करवा सकता है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए भी निर्वाचन आयोग ने कैंडिडेट नॉमिनेशन एप्लीकेशन के नाम से एक एप बनाया है।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि रिटर्निंग अधिकारियों के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने एनकोर के नाम से एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है। इसमें उम्मीदवारों का आवश्यक डाटा फीड रहता है। उम्मीदवारों की संपत्ति के विवरण को देखने के लिए आयोग ने शपथ पत्र पोर्टल बनाया है। इस एप पर किसी उम्मीदवार की संपत्ति, हलफनामे को ऑनलाइन देखा जा सकता है। वोटर पोर्टल व वोटर हेल्पलाइन एप मतदाताओं को अपना डाटा देखने की सुविधा प्रदान करते हैं। दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए पीडब्ल्यूडी ऐप बनाया गया है। इस ऐप का प्रयोग कर दिव्यांगजन अपने नाम, मतदाता पहचान पत्र आदि की जांच कर सकता है। भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर इन सभी एप की जानकारी उपलब्ध है।

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