पंजाब: फतेहगढ़ साहिब, पंजाब में रविवार तड़के एक बड़ा रेल हादसा हुआ, जिसमें दो मालगाड़ियां और एक यात्री ट्रेन आपस में टकरा गईं। यह हादसा सरहिंद रेलवे स्टेशन से कुछ ही दूरी पर माधोपुर चौकी के पास हुआ। दुर्घटना में दोनों मालगाड़ियों के पायलट गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और यात्री ट्रेन के सैकड़ों यात्री बाल-बाल बचे।
हादसा रविवार तड़के करीब 3:30 बजे हुआ। जानकारी के अनुसार, यह हादसा मालगाड़ियों के लिए बने डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) ट्रैक के न्यू सरहिंद स्टेशन के पास हुआ। यहां पहले से कोयले से लदी दो मालगाड़ियां खड़ी थीं। एक मालगाड़ी का इंजन अचानक खुलकर दूसरी मालगाड़ी से टकरा गया और उसके बाद इंजन पलटकर अंबाला से जम्मू तवी जा रही समर स्पेशल पैसेंजर ट्रेन से टकरा गया।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मालगाड़ी की बोगियां एक-दूसरे पर चढ़ गईं और पैसेंजर ट्रेन के डिब्बों को भी नुकसान पहुंचा। दुर्घटना के बाद पैसेंजर ट्रेन में सवार यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग और रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया।
दुर्घटना में दोनों मालगाड़ियों के लोको पायलट गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। उनकी पहचान विकास कुमार (37) और हिमांशु कुमार (31) के रूप में हुई है, जो सहारनपुर, उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। उन्हें 108 एंबुलेंस की मदद से सिविल अस्पताल फतेहगढ़ साहिब में भर्ती कराया गया। डॉक्टर इवेनप्रीत कौर के अनुसार, विकास कुमार के सिर में गंभीर चोट आई है और हिमांशु कुमार की पीठ में चोटें हैं। उनकी हालत गंभीर देखते हुए उन्हें राजिंद्रा अस्पताल, पटियाला रेफर किया गया।
सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) के अधिकारी रतन लाल ने बताया कि सुबह करीब 3:45 बजे दुर्घटना की सूचना मिली और तुरंत पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। उन्होंने कहा, “हम मौके पर पहुंच गए हैं और दो लोको पायलट घायल हो गए हैं। उन्हें फतेहगढ़ साहिब के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।”
अंबाला से लुधियाना अप लाइन पूरी तरह ठप हो गई है। अंबाला डिवीजन के डीआरएम समेत रेलवे, जीआरपी और आरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, हादसे की जांच जारी है और रेलवे ट्रैक को साफ करने और यातायात को बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस दुर्घटना ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और जांच के बाद ही हादसे के सही कारणों का पता चल सकेगा।
स्थानीय लोगों और यात्रियों ने रेलवे प्रशासन से सुरक्षा इंतजामों को और मजबूत करने की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को टाला जा सके।