जम्मू : जम्मू-कश्मीर के नौशेरा में खदान में विस्फोट की घटना सामने आई है। जानकारी के अनुसार, भवानी सेक्टर के मकड़ी इलाके में हुए इस विस्फोट में सेना के 6 जवान घायल हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए राजौरी के आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
हाल के महीनों में जम्मू-कश्मीर में विस्फोट की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी ऐसी घटनाएं सामने आई हैं। 9 दिसंबर, 2024 को पुंछ में एक दुखद घटना में, 25 राष्ट्रीय राइफल्स के हवलदार वी. सुब्बैया वरिकुंटा एक बारूदी सुरंग विस्फोट में शहीद हो गए थे, जब वे थानेदार टेकरी में गश्त कर रहे थे। उसी समय, बारामूला जिले के पट्टन के पलहालन इलाके में सुरक्षाबलों ने एक आईईडी (Improvised Explosive Device) को भी निष्क्रिय कर एक बड़ी घटना को टाल दिया था। इससे पहले, अक्टूबर 2024 में, कुपवाड़ा में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास त्रेहगाम में एक खदान विस्फोट में सेना के दो जवान घायल हो गए थे, जब वे इलाके में गश्त कर रहे थे। ये घटनाएं सीमावर्ती क्षेत्रों में बारूदी सुरंगों और आईईडी के खतरे की गंभीरता को दर्शाती हैं।
इन घटनाओं से स्पष्ट है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में बारूदी सुरंगों और आईईडी का खतरा अभी भी बना हुआ है। सुरक्षा बल लगातार सतर्क हैं और ऐसे खतरों को नाकाम करने के लिए प्रयासरत हैं।