नई दिल्ली : कोयला मंत्रालय ने उड़ीसा के दो खदानों की नीलामी कर दी है। जिसमें साखीगोपाल बी कांकिली खदान रूंगटा संस प्राइवेट लिमिटेड को मिली है। इसी तरह, बैतरणी पश्चिम गुजरात मिनरल डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड को मिली है। दोनों खदानें हैं। शुरु होने पर ये कोयला खदानें 2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न करेंगी। ये खदानें 2,250 करोड़ रुपए की पूंजी निवेश आकर्षित करेंगी। इससे करीब 20,280 लोगों को रोजगार मिलेगा।
कोयला मंत्रालय ने 3 नवंबर ’22 को छठे दौर और पांचवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत कमर्शियल खनन के लिए कोयला खदानों की नीलामी शुरू की थी। इन खदानों की अग्रिम नीलामी 27 फरवरी ’23 को प्रारंभ कर दी गई है।
ई-नीलामी के आठवें दिन दो कोयला खदानों को नीलामी के लिए रखा गया था। इनमें से 1 सीएमएसपी कोयला खदान और 1 एमएमडीआर कोयला खदान थी।
इन कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार 1,652 मिलियन टन है। इसके लिए संचयी पीआरसी 15 एमटीपीए है।
उड़ीसा के दो कोयला खदान रूंगटा संस प्राइवेट लिमिटेड और बैतरणी पश्चिम गुजरात मिनरल डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड को मिला
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